
बिजनेस डेस्क। वर्ष 2021 दुनियाभर के शेयर बाजारों (Global Share Market) के लिए उतना बेहतर नहीं रहा, जितना वर्ष 2020 रहा था। इस साल दुनिया का कोई भी एक्सचेंज 50 फीसदी का रिटर्न निवेशकों को नहीं दे सका। अगर बात भारत की करें तो दोनों एक्सचेंज 25 फीसदी से कम का रिटर्न देखने को मिला है। उसके बाद भी दुनियाभर के बाजारों के मुकाबले बेहतर स्थिति में रहे। जहां तक लंदन स्टॉक एक्सचेंज (London Stock Exchange) का सवाल है, इस साल नेगेटिव रिटर्न आया है। वहीं अमरीकी बाजार (US Market) भी 20 फीसदी से कम रिटर्न दे सके। ओवरऑल देखा जाए तो भारतीय बाजारों में दबादबा रहा। आइए आपको दुनिया के कौन से बाजार ने निवेशकों को मालामाल किया है।
इस्तांबुल और कॉपेनहेगन ने मारी बाजी
वर्ष 2021 में इस्तांबुल और कॉपेनहेगन के बाजारों ने निवेशकों को सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। इस्तांबुल का बिस्ट 100 एक्सचेंज 2021 में अब तक 42.31 फीसदी का रिटर्न दे चका है। जबकि एसएंडपी 500 का रिटर्न 26 फीसदी का देखने को मिला है। उसके बाद कॉपेनहेगन का एक्सचेंज ओएमएक्ससी 20 ने निवेशकों को 24 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है। इस्तांबुल एशिया और युरोप में बंटा हुआ है। वहीं कोपेनहेगन युरोप में है। एशिया और युरोप के कई बड़े बाजारों में इस साल गिरावट ही देखने को मिली है।
भारत का रहा जलवा
दुनिया के बाजारों में भारत के शेयर बाजार का जलवा 2021 में भी कायम रहा। भले ही आंकड़ें वैसे ना रहे हों, जैसे 2020 में थे। पहले बात बांबे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स की करें तो 2021 में अभी तक निवेशकों को 22 फीसदी का रिटर्न देखने को मिला है। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 में 24 फीसदी का रिटर्न देखने को मिला है। एनएसई ने दुनियाभर के बाजारों के मुकाबले 2020 में 24 मार्च 2020 से दिसंबर 2020 खत्म होने तक 86 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न देखने को मिला था।
इन बाजारों ने भी दिया पॉजिटिव रिटर्न
अगर बात दूसरे शेयर बाजारों की करें तो निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न देने के मामले में और भी कई बाजार हैं। ताइवान वेटेड ने 20 फीसदी का रिटर्न दिया है। जबकि डाउ जोंस ने 16.48 फीसदी की कमाई कराई है। जबकि न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज का रिटर्न 15 फीसदी का देखने को मिला है। शंघाई एक्सचेंज ने 5.42 फीसदी का रिटर्न दिया है। जबकि चीन के निक्केई मार्केट में सिर्फ 3.60 फीसदी का रिटर्न आया है। जबकि साउथ ईस्ट चीन के शेनजेन का एचजेडएसई कंपोनेंट ने 2.09 फीसदी का रिटर्न दिया है। जबकि पिछले साल मार्च के बाद से इसने 75 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया था।
इन बाजारों ने डुबो दी कमाई
वहीं दुनिया के कुछ बाजारों ने निवेशकों के पैसों को डुबाने का काम किया है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज ने सबसे ज्यादा निराश किया है। यहां पर इस साल 30 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जबकि 2020 में मार्च के बाद 2020 में करीब 85 फीसदी का रिटर्न देखने को मिला था। हैंगसेंग होंगकांग का इंडेक्स भी इसी फेहरिस्त में शामिल है, जिसने 2021 में 14.10 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि 2020 में मार्च के बाद 60 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। जबकि चीन ए50 इंडेक्स में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। मार्च 2020 के बाद पिछले साल इसमें 74 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी।
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क्या कहते हैं जानकार
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार 2020 की शुरुआत में कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के बाजारों में काफी गिरावट आ गई थी। उसके बाद अप्रैल में बाजार ऊपर उठे और दिसंबर 2020 तक अपने पीक पर जारी रहे। 2021 में भी इसी तरह का सिलसिला जारी रहा है। बाजार ओवर वैल्यूड होने के कारण आखिरी के दिनों में गिरे भी है। जिसकी वजह से रिटर्न काफी देखने को मिला है। उसके बाद भी 20 फीसदी से ज्यादइा का रिटर्न नॉर्मल डेज को देखते हुए काफी अच्छा है।