Johnson & Johnson के बेबी पाउडर पर पूरी दुनिया में लग सकता है बैन

अमेरिकी रेग्युलेटर्स (US Regulators) की ओर से दावा किया गया है कि जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर (Johnson & Johnson Baby Powder) में कैंसर पैदा करने वाले तत्व मिले हैं। जिसकी वजह से कंपनी के लिए परेशानियां खड़ी हो गई है। कंपनी पर 34,000 से ज्‍यादा केस चल रहे हैं।

Asianet News Hindi | Published : Feb 7, 2022 10:37 AM IST / Updated: Feb 07 2022, 04:10 PM IST

बिजनेस डेस्‍क। ब्रिटिश हेल्‍थकेयर कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) के बेबी पाउडर (baby powder) कीपर पूरी दुनिया में बैन लग सकता है। कंपनी ने करीब दो साल पहले अमेरिका और कनाडा में पहले ही बिक्री बंद कर दी है। अमेरिकी रेग्युलेटर्स की ओर से दावा किया गया है कि बेबी पाउडर में कैंसर पैदा करने वाले तत्व मिले हैं। जिसकी वजह से कंपनी के लिए परेशानियां खड़ी हो गई है। कंपनी पर 34,000 से ज्‍यादा केस चल रहे हैं। कई महिलाओं ने दावा किया है कि कंपनी का बेबी पाउडर यूज करने से उन्हें ओवेरियन कैंसर हो गया। वैसे कंपनी ने इस का खंडन किया है कि उसका बेबी पाउडर हानि‍कारक है। कंपनी के अनुसार नॉर्थ अमेरिका में बिक्री में गिरावट के कारण उसने इसे वहां से हटाया था।

क्‍या होता है टैल्‍क
दुनिया के सबसे सॉफ्ट मिनरल हो टैल्‍क कहा जाता है। इसे कई देशों में बनाया जाता है। इसका यूज पेपर, प्लास्टिक्स और फार्मास्यूटिकल्स सहित कई इंडस्ट्रीज में किया जाता है। इसका इस्तेमाल नैपी रैश और दूसरी तरह के पर्सनल हाइजीन में भी किया जाता है। कई टैल्‍क में एसबस्टस मिक्‍स होता है, जो बॉडी में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी पैदा करता है।

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पूरी दुनिया में बैन करने की तैयारी
गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में इसकी सेल रोकने के लिए शेयरहोल्डर वोट की तैयारी कर रहे हैं। लंदन के निवेश प्लेटफॉर्म Tulipshare ने इसका प्रस्ताव दिया है। यह ऑफर अमेरिका की सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमेटी को भी भेजा गया है। उससे पूछा गया है कि कंपनी की अप्रैल में होने वाली सालाना मीटिंग से पहले ऐसा करना जायज है या नहीं।

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कंपनी दे चुकी है अरबों डॉलर का मुआवजा
इस बीच कंपनी ने भी अमेरिकी रेग्युलेटर को पत्र लिखा है कि शेयरहोल्डर रिजॉल्यूशन को अवैध मानने का अनुरोध किया है। कंपनी का कहला है कि इससे कंपनी के खिलाफ दुनियाभर में चल रहे मुकदमों पर काफी बुरा असर देखने को मिलेगा। जॉनसन एंड जॉनसन पहले ही दुनियाभर में अरबों डॉलर का मुआवजा दे चुकी है।

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