KK Modi Group की कई कंपनियों की कई संपत्ति पूरी तरह से बिक सकती है इसकी पुष्टि ललित मोदी ने की है ग्रुप के संस्थापक और ललित मोदी के पिता केके मोदी का 2 नवंबर, 2019 को ही निधन हुआ था
मुंबई: KK Modi Group की कई कंपनियों की कई संपत्ति पूरी तरह से बिक सकती है। जी हां, इस बात की पुष्टि खुद के।के मोदी के बेटे ललित मोदी ने की है। ग्रुप के संस्थापक और ललित मोदी के पिता केके मोदी का 2 नवंबर, 2019 को ही निधन हुआ था। उनकी मौत के महज 3 महीने बाद ही उनके कारोबारी साम्राज्य का बड़ा हिस्सा बिकने जा रहा है।
इसकी जानकारी खुद ललित मोदी ने ट्वीट करके दी। दरअसल बताया जा रहा है की ललित मोदी अपने मां बीना मोदी के गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया लिमिटेड के चेयरपर्सन के तौर पर चुने जाने के बाद से ही नाराज चल रहे थे। ललित मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘…केके मोदी ग्रुप की सभी संपत्तियां बेची जाएंगी। मेरा मतलब है सभी। अन्य तीन ट्रस्टी कारोबार चलाना चाहते थे, लेकिन मुझे लगता है कि मेरे पिता के गुजरने के बाद वैल्यू गिरेगी। मेरा मत बिक्री के पक्ष में रहा।’
अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच रहे हैं ललित मोदी
मार्लबोरो सिगरेट की निर्मात कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स में केके मोदी ग्रुप की 47.09 फीसदी की हिस्सेदारी है, जबकि फिलिप मॉरिस का कंपनी में 25.1 फीसदी हिस्सा है। इनमें से ललित मोदी को अपने पिता केके मोदी से मिली पूरी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। उनके अलावा मां बीना मोदी, भाई समीर मोदी और बहन चारू के नियंत्रण वाले कारोबार चलते रहेंगे। इन तीनों के पास कलरबार, बिकॉन ट्रैवल्स और तमाम शैक्षणिक संस्थानों का नियंत्रण है।
ललित मोदी के खिलाफ आईपीएल में आर्थिक अनियमितता के चलते एजेंसियां उनके खिलाफ जांच कर रही हैं, जिससे बचने के चलते वह ब्रिटेन में हैं। ललित मोदी आईपीएल की शुरुआत करने वाले उसके पहले कमिश्नर थे। ललित मोदी 2010 से ही लंदन में रह रहे हैं।
दरअसल ललित मोदी सिगरेट निर्माता कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स के बोर्ड में मां बीना मोदी को शामिल किए जाने का विरोध किया था। लेकिन डायरेक्टर्स ने उनके विरोध को खारिज करते हुए बीना मोदी को शामिल करने का फैसला लिया।
ललित मोदी के पिता ने की थी मोदीनगर की स्थापना
ललित मोदी के दादा गूजरमल मोदी ने ही मोदी ग्रुप की स्थापना की थी। गूजरमल मोदी ने ही उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास मोदीनगर शहर को बसाया था। उनकी 8 संतानों में से एक ललित मोदी के पिता केके मोदी थे। गूजरमल मोदी ने अपने भाई केदारनाथ मोदी के साथ मिलकर एक शुगर मिल की स्थापना के साथ कारोबार की शुरुआत की थी।