माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आई तकनीकी खराबी के चलते पूरी दुनिया में उथल-पुथल मच गई। माइक्रोसॉफ्ट ने इसके लिए CrowdStrike को जिम्मेदार माना है, जो उसे साइबर सिक्योरिटी उपलब्ध कराती है।
Microsoft Server Crash: दुनिया की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनियों में शुमार माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में 19 जुलाई को आई गड़बड़ी से हाहाकार मच गया। इस समस्या के लिए कंपनी ने साइबर सिक्योरिटी प्रोवाइड कराने वाली कंपनी CrowdStrike को जिम्मेदार ठहराया है। आखिर क्या करती है क्राउडस्ट्राइक, जिसकी एक गलती से माइक्रोसॉफ्ट की साख पर बट्टा लग गया।
क्या करती है CrowdStrike
CrowdStrike एक अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो मुख्यत: माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम करती है और यूजर्स को एडवांस साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन प्रोवाइड कराती है। 2011 में इसकी नींव जॉर्ज कुर्ट्ज, दिमित्री अल्पेरोविच और ग्रेग मर्स्टन ने मिलकर रखी थी। 2013 में कंपनी ने फाल्कन प्रोडक्ट लॉन्च किया था। इसी प्रोडक्ट में किए गए अपडेट को ही माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आई समस्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस अपडेट की वजह से सिस्टम या तो ऑटोमैटिक रिस्टार्ट होने लगे या फिर उनमें 'ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ' (BSOD) दिखने लगा और Microsoft Windows क्रैश हो गई।
तकनीकी गड़बड़ी के बाद क्या कर रही CrowdStrike
माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में तकनीकी गड़बड़ी के बाद अब CrowdStrike ने ये अपडेट वापस लेना शुरू कर दिया है। कंपनी के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने X पर जानकारी देते हुए कहा कि वे अपने कस्टमर्स के साथ मिलकर इस प्रॉब्लम को जल्द से जल्द ठीक करने पर काम कर रहे हैं। ये समस्या सिर्फ Windows पर हुई है। Mac और Linux पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात का खंडन किया है कि ये कोई साइबर अटैक है।
Microsoft का सर्वर ठप होने से ये सर्विसेज हुईं प्रभावित
Microsoft का सर्वर ठप होने की वजह से शुक्रवार 19 जुलाई को दुनियाभर की तमाम जरूरी सेवाएं ठप हो गईं। इसके चलते 1400 फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ीं। सबसे ज्यादा असर एयरलाइंस, बैंक, फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस, ऑनलाइन शॉपिंग, IT इंडस्ट्री, स्टॉक एक्सचेंज, लोकल एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस और ब्रॉडकास्ट एंड मीडिया कंपनियों पर पड़ा।
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