विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आम बजट को बेहद खास बताते हुए ट्वीट किया, "वित्त मंत्री @nsitharaman जी ने आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का बजट पेश किया। दुनिया को इसका स्वागत करने की 10 बड़ी वजह बताई हैं।"
बिजनेस डेस्क : केंद्र सरकार ने आज यानि 1 फरवरी को आम बजट पेश किया है । इस बजट को देश को लिए मज़बूत अर्थव्यवस्था की नींव रखने वाला बजट बताया गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ( External Affairs Minister S Jaishankar ) ने केंद्रीय बजट 2023 की दस ऐसी खासियतें बताई हैं, जिससे इसका वेलकम करने के लिए भारत सहित दुनिया के लोग आगे आएं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आम बजट को बेहद खास बताते हुए ट्वीट किया, "वित्त मंत्री @nsitharaman जी ने आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का बजट पेश किया। दुनिया को इसका स्वागत करने के 10 बड़ी वजह हैं।"
* जयशंकर ने कहा कि नए साल के लिए बजट व्यापार करने में आसानी को बढ़ाएगा क्योंकि इसमें KYC प्रोसेस को सरल किया गया है। इससे ग्रेटर गिफ्ट IFSC एक्टिविटी और व्यापार पुनर्वित्त (trade re-financing ) के लिए एक्जिम बैंक ( EXIM Bank ) की सहायक कंपनी स्थापित करना शामिल है। मैन्युफैक्चरिंग के लिए इनडायरेक्ट टैक्स सपोर्ट, प्रोसेस में आसानी और स्टार्टअप के लिए इनकम प्रॉफिट के साथ, बिजनेस डेव्लप में और मदद मिलेगी।
* भारत को 'वैश्विक विकास का मजबूत इंजन' बताते हुए विदेश मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "केपीटल इवेस्टमेंट आउटले (परिव्यय) 33% बढ़कर 10 ट्रिलियन (अब जीडीपी का 3.3%) किया गया है।
* 2023 का बजट के जरिए भारत एक बड़ी उपलब्धि हासिल करेगा, श्री अन्ना (मिलेट्स) के लिए ग्लौबल सेंटर बनाकर अपनी स्टोरेज कैपेसिटी को बढ़ायेगा। ये ग्लोबल फूड सिक्योरिटी को भी मजबूत करेगा।
* जयशंकर ने कहा कि केंद्रीय बजट 2023-24 से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "मोदी सरकार की महिला समर्थक नीति ग्रामीण महिलाओं के 8.1 मिलियन स्वयं सहायता समूहों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है।"
* बजट 2023 में हरित विकास और गतिशीलता पर फोकस किया गया है। इसमें कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं।
* जयशंकर ने आगे बताया कि डिजिटल सपोर्ट के जरिए भारत की आकांक्षाएं और लक्ष्य उस पैमाने पर हैं जो दुनिया को प्रभावित करेगीं ।
संसद का बजट सत्र मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ था, जिसके बाद 2022-23 के लिए इकॉनामिक सर्वे पेश किया गया था ।
मंगलवार को संसद में पेश किए गए इकॉनामिक सर्वे में कहा गया है कि आने वाले वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी 6 से 6.8 प्रतिशत की सीमा में बढ़ने की उम्मीद है। यह इस वित्त वर्ष में अनुमानित 7 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत की तुलना में है।