देश के घरों में लगभग 27,000 टन सोना रखा है, जिसकी कीमत करीब 280 लाख करोड़ रुपये है। सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, इसलिए इसकी सुरक्षा जरूरी है। इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है बीमा। आमतौर पर, घर का बीमा लेते समय सोने का बीमा भी जुड़ा होता है। लेकिन, सोने के लिए कुल बीमा राशि का सिर्फ 15% ही मिलता है।
इसलिए, कई बीमा कंपनियां अब सोने के लिए अलग से बीमा दे रही हैं। ज्वेलरी ब्रांड, बीमा कंपनियों के साथ मिलकर कम कीमत पर पूरा बीमा कवर दे रहे हैं। यह बीमा प्राकृतिक आपदाओं, आग लगने पर सोने के नुकसान की भरपाई करता है। साथ ही, चोरी, दंगे, या दुर्घटना में भी यह बीमा काम आता है।
इस तरह के बीमे से सोने की कुल कीमत का 95% तक कवर मिल सकता है। बीमा राशि की गणना सोने की कीमत से मेकिंग चार्ज और टैक्स घटाकर की जाती है। लेकिन, सोना बेचने पर, या किसी सरकारी कार्रवाई में सोना जब्त होने पर बीमा नहीं मिलता। यह बीमा ज्वेलरी बीमा, गोल्ड लोन बीमा, ज्वेलर्स बिजनेस बीमा, और बैंक लॉकर बीमा जैसे नामों से मिलता है। घर का बीमा लेते समय, सोने के गहनों के लिए ऐड-ऑन के रूप में भी बीमा लिया जा सकता है। ज्वेलर्स द्वारा दिए जाने वाले ग्रुप बीमा पॉलिसी के तहत भी गहनों का बीमा कराया जा सकता है।