
GST Slab Relief: आम आदमी के लिए खुशखबरी है। सुबह से रात तक आपके इस्तेमाल में आने वाली कम से कम 30 से ज्यादा चीजें सस्ती हो सकती हैं। इनमें टूथपेस्ट, साबुन, प्रेशर कुकर, कपड़े, वॉशिंग मशीन, जूते और आयुर्वेदिक दवाएं शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार आम जनता को राहत देने के लिए गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी GST स्लैब में कटौती कर इन आइटम्स को सस्ता करने की तैयारी में है।
माना जा रहा है कि केंद्र सरकार जल्द ही 12% GST वाले स्लैब को या तो खत्म कर सकती है या फिर उस स्लैब में आने वाले 30 से ज्यादा आइटम्स को 5% स्लैब में ला सकती है। इस बदलाव का सीधा फायदा लोअर इनकम ग्रुप को होगा। वहीं, सरकार का मानना है कि इस बदलाव के बाद कहीं न कहीं कीमतें कम होंगी, जिससे इनकी बिक्री और खपत बढ़ेगी। इसका फायदा ये होगा कि टैक्स बेस बढ़ने से लॉन्ग टर्म GST कलेक्शन में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद एक इंटरव्यू में कह चुकी हैं कि सरकार GST रेट्स में बदलाव करने पर विचार कर रही है, ताकि रोजाना इस्तेमाल में आने वाली कई जरूरी चीजों पर मिडिल-क्लास को राहत पहुंचाई जा सके। हालांकि, सरकार अगर 12% वाले जीएटी स्लैब में बदलाव करती है तो इससे उस पर 40 से 50 हजार करोड़ का बोझ बढ़ने की उम्मीद है।
फिलहाल जिन आइटम्स पर 12% जीएसटी लगता है, उनमें टूथ पावडर, टूथपेस्ट, साबुन, हेयर ऑयल, सैनेटरी नैपकिन, छाते, सिलाई मशीन, वॉटर प्यूरीफायर, प्रेशर कुकर, एलुमीनियम और स्टील से बने बर्तन, इलेक्ट्रिक आयरन, वॉटर हीटर, वैक्यूम क्लीनर, वॉशिंग मशीन, साइकिल, दिव्यांगों के लिए गाड़ी, पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्हीकल, रेडिमेड कपड़े, वैक्सीन, जूते, कुछ आयुर्वेदिक और यूनानी दवाएं, किताबें, स्टेशनरी आइटम्स, ग्लेज्ड टाइल्स, रेडी मिक्स कंक्रीट, खेती-किसानी में काम आने वाले उपकरण, फैक्ड फूड्स और सोलर वॉटर हीटर्स शामिल हैं। सरकार अगर इन पर जीएसटी को घटाकर 5% करती है तो सभी चीजें सस्ती हो सकती हैं।