
हैदराबाद के राजीव धवन की कहानीः 39 साल की उम्र में एक शख्स ने कंटेंट क्रिएटर बनने के लिए अपनी 15 करोड़ की कंपनी बेच दी। हैदराबाद के रहने वाले राजीव धवन ने सिर्फ 40,000 रुपये के लोन से अपना बिजनेस शुरू किया था। राजीव धवन इसे एक बेहतरीन ब्रांड बनाने में कामयाब रहे, जिसने अवॉर्ड भी जीते। लेकिन अब 39 साल की उम्र में उन्होंने सब कुछ छोड़कर कंटेंट क्रिएटर बनने का फैसला किया है।
'यह मेरी कहानी है। मैंने 15 करोड़ की एक कंपनी बनाई। लेकिन अब मैंने फिर से शुरू करने का फैसला किया है। यह कोई आम सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि उससे कहीं ज़्यादा उलझी हुई है,' धवन ने पोस्ट में कहा।
वह बताते हैं कि बचपन में उन्होंने बेकरियों में सॉस बेचना शुरू किया था। बड़े होने पर एक रिटेल स्टोर में काम किया। 'GE में मुझे पहली कॉर्पोरेट सैलरी मिली। उस दिन लगा जैसे मैं दुनिया के शिखर पर हूँ। अगले ही दिन मैंने अपनी माँ को खो दिया। तब मैं 18 साल का था। सालों तक MNCs में काम किया। फिर लेखक बनने के लिए सब कुछ छोड़ दिया। हैदराबाद में 40,000 रुपये का लोन लेकर 'What's In a Name' शुरू किया। इसे 15 करोड़ रुपये की कंपनी बनाया। 100+ ब्रांड्स, अवॉर्ड्स और पहचान मिली,' धवन बताते हैं।
'लेकिन, मैंने वह कंपनी बेच दी। इसलिए नहीं कि मैं असफल हो गया, बल्कि इसलिए ताकि सब कुछ फिर से शुरू से शुरू कर सकूँ, इस बार एक कंटेंट क्रिएटर के रूप में, 39 साल की उम्र में,' धवन कहते हैं। कई लोगों ने धवन की पोस्ट पर कमेंट किए हैं। बहुतों ने लिखा है कि धवन की पोस्ट बहुत प्रेरणादायक है और उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।