
IEX Share Crash : इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के शेयरों में गुरुवार, 24 जुलाई की सुबह भारी गिरावट देखने को मिली। NSE पर IEX का शेयर 10% तक टूटकर 169 रुपए की रेंज में आ गया। शेयर के निचले सर्किट पर पहुंचते ही 4.1 करोड़ से ज्यादा सेल ऑर्डर पेंडिंग हो गए। फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग (F&O) भी बैन है। इससे निवेशक और ट्रेडर्स में घबराहट देखने को मिली। ऐसे में आइए जानते हैं गिरावट की असली वजह क्या है और अब आगे क्या हो सकता है?
देश की इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटर CERC (Central Electricity Regulatory Commission) ने मार्केट कपलिंग (Market Coupling) के नियमों को हरी झंडी दे दी है। यह फैसला पावर मार्केट रेगुलेशन (Power Market Regulations, 2021) के तहत लिया गया है। इसी वजह से आईईएक्स के शेयर लुढ़क गए।
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यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें सभी एक्सचेंजों के बाय और सेल ऑर्डर एक जगह इकट्ठा कर एक यूनिफॉर्म मार्केट प्राइस डिस्कवर किया जाएगा। इससे सभी प्लेटफॉर्म पर एक ही प्राइस लागू होगा, चाहे आप IEX से खरीदें या किसी और से। मतलब यह कि IEX की अब तक की सबसे बड़ी ताकत प्राइस डिस्कवरी (Price Discovery) प्लेटफॉर्म अब खत्म हो सकता है।
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ब्रोकरेज हाउस Bernstein का अलर्ट भी इस शेयर पर आ गया है। ब्रोकरेज ने इसका टारगेट 160 रुपए से घटाकर 122 रुपए कर दिया है, यानी शेयर मौजूदा भाव से करीब 35% तक गिर सकता है। ब्रोकरेज फर्म्स और मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह फैसला पहले से भी ज्यादा नेगेटिव है। उन्हें 50% तक की उम्मीद थी, लेकिन अब मार्केट कपलिंग तय है। इसके बाद ट्रांजैक्शन चार्जेस में भी कटौती होगी।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी और एजुकेशनल उद्देश्य के लिए है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी, आंकड़े या विचार निवेश सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर या मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।