
Nita Ambani Interview: मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की पत्नी और बिजनेस वुमन नीता अंबानी (Nita Ambani) किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। फैशन से लेकर संस्कृति तक वह अलग पहचान रखती हैं। नीता अंबानी का मानना है, जिंदगी में इंसान कितना आगे क्यों न बढ़ जाए, उसे संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए। इस बारे में वह कई इंटरव्यू में बात भी कर चुकी हैं। एक बार उनसे जब संस्कार और बच्चों की परवरिश से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उनके जवाब ने हर किसी को हैरान कर दिया था। इसके साथ ही, उन्होंने हार्वर्ड जाने के लिए अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़ा किस्सा भी शेयर किया था।
दरअसल, नीता अंबानी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) के एनुअल इंडिया कॉन्फ्रेंस 2025 में पहुंची थी। जहां उन्होंने कहा था कि तीनों बच्चों की परवरिश में वह बहुत गर्व महसूस करती हैं। संस्कार की कोई परिभाषा नहीं है, मैंने अपने बच्चों को दयालु और समझदार बनाया है। आगे बताया कि उन्हें रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) के उन 75,000 बच्चों पर भी नाज है, जो उनके साथ जुड़े रहे।
ये भी पढ़ें- अगस्त में बैंकिंग अलर्ट: रक्षाबंधन से गणेश चतुर्थी तक छुट्टियां ही छुट्टियां, देखें लिस्ट
इंटरव्यू के दौरान नीता अंबानी ने पर्सनल लाइफ से जुड़ा किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी आना चाहती थीं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी। जब मेरी मां को ये पता चली, मुझे हार्वर्ड में भाषण देने के लिए बुलाया गया है तो वह भावुक हो गईं। उन्होंने मेरी दोनों बहुओं श्लोका और राधिका को फोन किया और बताया, हम उसे हार्वर्ड भेजना चाहते थे, लेकिन कई कारणों से ऐसा नहीं हो पाया। आज उसी हार्वर्ड ने नीता को बुलाया है। इस दौरान, नीता अंबानी ने 90 वर्षीय मां को खुश करने के लिए हार्वर्ड का धन्यवाद भी दिया था।
ये भी पढ़ें- 100 साल कवरेज वाली LIC की 5 धमाकेदार पॉलिसी, आपके लिए कौन-सी रहेगी सबसे बेस्ट?
नीता अंबानी और मुकेश अंबानी की शादी 1985 में हुई थी। शादी से पहले नीता टीचर थीं, उन्होंने मुंबई स्थित सनफ्लावर नर्सरी स्कूल में टीचर के तौर पर करियर की शुरुआत की थी। हर महीने उन्हें मात्र 800 रुपए सैलरी मिलती थी।