UK economy at high risk: यूके की अर्थव्यवस्था बुरी तरह लुढ़की, देश मंदी की ओर तेजी से बढ़ा, अर्थशास्त्रियों ने सुनक को बताया फेल

Published : Dec 23, 2023, 09:05 PM ISTUpdated : Dec 23, 2023, 10:38 PM IST
Indian Economy

सार

देश की अर्थव्यवस्था में 0.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो प्रारंभिक तौर पर जीरो ग्रोथ अनुमानित है।

United Kingdom economy at high risk: यूनाइटेड किंगडम की अर्थव्यवस्था बेहद खराब दौर में पहुंच चुकी है। अर्थव्यवस्था तीसरे क्वार्टर में तेजी से नीचे आने के बाद मंदी का खतरा काफी बढ़ गया है। देश की अर्थव्यवस्था में 0.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो प्रारंभिक तौर पर जीरो ग्रोथ अनुमानित है। संशोधित डेटा के अनुसार, जुलाई और सितंबर के बीच अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है। अर्थशास्त्रियों ने बताया कि ब्रिटेन में मंदी की चपेट में आने का खतरा है।

ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स (ओएनएस) ने कहा कि ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (जीडीपी) शुरू में अनुमानित जीरो ग्रोथ के मुकाबले संशोधित 0.1% गिर गया। वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान भी इसमें गिरावट आई। जबकि पूर्व अनुमानों के अनुसार 0.2% की वृद्धि संभावित थी। अब अक्टूबर के दौरान जीडीपी में 0.3% की गिरावट आई है जो अर्थशास्त्रियों की भविष्यवाणी से भी बदतर है।

यही हाल रहा तो टेक्निकली यूके में मंदी

यदि जीडीपी अक्टूबर और दिसंबर के बीच सिकुड़ती है तो अर्थव्यवस्था टेक्निकली मंदी में प्रवेश कर चुकी होगी जिसे लगातार दो तिमाहियों में नकारात्मक वृद्धि के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। आंकड़ों के अनुसार, फ़िल्म निर्माण, इंजीनियरिंग और डिज़ाइन तथा दूरसंचार आदि इंडस्ट्री ने तीसरी तिमाही के दौरान बेहद खराब प्रदर्शन किया। जबकि ऐसी आशा नहीं थी।

ऋषि सुनक और कजरवेटिव्स पर लगा रहे आरोप

प्रधान मंत्री सुनक ने 2023 की शुरुआत में अर्थव्यवस्था को बढ़ाने का संकल्प लिया था। लेबर शैडो चांसलर राचेल रीव्स ने कहा कि संशोधित जीडीपी आंकड़े बताते हैं कि वह अपने वादे को पूरा करने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऋषि सुनक एक ऐसे प्रधान मंत्री हैं जिनकी विरासत विफलताओं में से एक है। वह लिज़ ट्रस को हराने में विफल रहे, वह प्रतीक्षा सूची में कटौती करने में विफल रहे, वह बोट्स को रोकने में विफल रहे और अब वह अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में विफल रहे हैं। कंजरवेटिव्स के तेरह वर्षों की आर्थिक विफलता ने कामकाजी लोगों को ऊंचे बिलों, ऊंचे बंधक और दुकानों में ऊंची कीमतों के कारण बदतर स्थिति में डाल दिया है।

क्विल्टर चेविओट के रिचर्ड कार्टर ने कहा: विकास कमजोर हो रहा है और ब्याज दरें वास्तव में कम होने लगी हैं। मंदी को आज तक टाला गया है, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि 2024 में मंदी से बचा जाएगा। ऋषि सुनक की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की प्रतिज्ञा अब गंभीर रूप से संदेह में है।

यह भी पढ़ें:

Pakistan News: पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी का सिंबल चुनाव आयोग ने छीना

PREV

Recommended Stories

डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर, NRI के लिए पैसे भेजने का बेस्ट टाइम?
8वां वेतन आयोग कब लागू होगा? जानें सरकार की तरफ से लेटेस्ट अपडेट