Crorepati Dream Reality Check : सोचिए, अगर अचानक से भारत के 140 करोड़ लोगों के पास एक-एक करोड़ रुपए आ जाएं, तो क्या होगा? शुरुआत में तो सब अच्छा लगेगा, हर कोई अमी हो जाएगा लेकिन हकीकत थोड़ी अलग होगी। आइए जानते हैं क्यों?
जब सबके पास करोड़ों होंगे, तो लोग जमकर खरीदारी करेंगे। बड़ी गाड़ियां, आलीशान घर, ब्रांडेड चीजें खरीदेंगे। इससे डिमांड तो तेजी से बढ़ेगी, लेकिन सप्लाई उतनी नहीं बढ़ पाएगी, क्योंकि सामान तो लिमिटेड ही होंगें। नतीजा यह होगा कि एक ब्रेड का पैकेट भी 500 रुपए हो सकता है। पिज्जा 5,000 रुपए और पेट्रोल 2,000 रुपए लीटर हो सकता है।
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2. किसी की जरूरतें ही पूरी नहीं होंगी
जब करोड़ों रुपए हाथ में होंगे तो हर कोई बड़ी गाड़ी, बड़ा बंगला चाहेगा, लेकिन जमीन और घर की संख्या तो लिमिटेड ही हैं, मतलब रिसोर्सेस तो एक लिमिट में ही हैं। जमीन, पानी, बिजली सब पर बोझ बढ़ेगा। इससे लोगों की जरूरतें ही पूरी नहीं हो पाएंगी।
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3. काम कौन करेगा?
अगर सब करोड़पति हैं, तो कौन खाना बनाएगा, कौन सफाई करेगा, कौन दूध लाएगा? जब सबके पास करोड़ों होंगे, तो शायद कोई काम करने या मजदूरी करने को तैयार होगा। इससे सर्विस देने वाले लोग नहीं बचेंगे और सिस्टम ठप पड़ सकता है। लोग पैसे होने के बाद काम नहीं करना चाहेंगे।
जब हर किसी के पास करोड़ रुपए होंगे, तो 1 करोड़ रुपए की वैल्यू वैसी नहीं रह जाएगी। पैसा तो हर किसी के पास होगा लेकिन उनकी खरीदने की ताकत कम हो जाएगी। यह बिल्कुल वैसा ही होगा, जैसे नोटों की गड्डियां होने के बावजूद रोटी न मिल पाना।
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5. अमीरी का मतलब बदल जाएगा
अभी करोड़पति का मतलब बहुत अमीर होना है लेकिन जब सब करोड़पति होंगे, तब इस शब्द की वैल्यू ही खत्म हो जाएगी। असली अमीर वही कहलाएगा जिसके पास प्राइवेट जेट, प्राइवेट आइलैंड या कंपनी होगी।
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6. अमीरी और गरीबी फिर भी बनी रहेगी
पैसा सबके पास होगा, लेकिन समझदारी, स्किल और सिस्टम तो सबके पास नहीं होंगे, जो अपने पैसे को सही जगह लगाएगा, वो अमीर बना रहेगा और जो खर्च कर देगा, वो परेशानी में आ जाएगा। मतलब स्किल और माइंडसेट ही असली दौलत रहेगी।