Budget 2023: क्या है हलवा सेरेमनी, बजट से पहले आखिर क्यों होती है ये परंपरा, जानें पूरा इतिहास

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का अंतिम बजट होगा। वैसे, जब भी बजट की बात होती है, तो हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) का जिक्र जरूर आता है। आखिर क्या है हलवा सेरेमनी?

Ganesh Mishra | Published : Jan 26, 2023 6:02 AM IST / Updated: Jan 26 2023, 11:33 AM IST

Halwa Ceremony: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का अंतिम बजट होगा। ऐसे में लोगों को इससे काफी उम्मीदें हैं। वैसे, जब भी बजट की बात होती है, तो हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) का जिक्र जरूर आता है। हालांकि, कोरोना के चलते 2022 में यह सेरेमनी नहीं हो पाई थी, लेकिन क्या इस बार यह होगी, इस पर अभी साफतौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। आखिर क्या है हलवा सेरेमनी और बजट से पहले क्यों होती है, आइए जानते हैं।

क्या है हलवा सेरेमनी?

हलवा सेरेमनी एक परंपरा है। जिस तरह किसी भी शुभ काम से पहले मुंह मीठा कराया जाता है, उसी तरह बजट से पहले मुंह मीठा कराने के लिए हलवा सेरेमनी आयोजित की जाती है। पिछले साल कोरोना की वजह से बजट को डिजिटल तरीके यानी टैब से पेश किया गया था। यही वजह है कि हलवा सेरेमनी भी नहीं हो पाई थी।

कब होती है हलवा सेरेमनी?

हलवा सेरेमनी बजट की तैयारी पूरी होने के बाद और इसे पेश करने से पहले होती है। इसके लिए नॉर्थ ब्लॉक की बजट प्रेस में एक बड़ी-सी कढ़ाही में हलवा बनाया जाता है। इस दौरान वित्त मंत्री और वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारी मौजूद रहते हैं। सभी का हलवा खिलाकर मुंह मीठा कराया जाता है।

हलवा सेरेमनी के बाद क्यों कैद रहते हैं अधिकारी?

हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय के 100 से ज्यादा कर्मचारी और अधिकारी तब तक नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में कैद रहते हैं, जब तक वित्त मंत्री का बजट भाषण नहीं हो जाता। इस बजट भाषण के बाद ही यह बाहर आते हैं। ऐसा सिर्फ इसलिए किया जाता है, ताकि बजट से जुड़ी कोई भी इन्फॉर्मेंशन लीक ना हो।

कई दशकों से चली आ रही हलवा सेरेमनी :

हलवा सेरेमनी की परंपरा कई दशकों से चली आ रही है। हालांकि, पिछले साल कोरोना की वजह से यह नहीं हो पाई थी। दरअसल, यह सेरेमनी बजट के डॉक्यूमेंटेशन के बाद मनाई जाती है। नार्थ ब्लॉक, जहां वित्त मंत्रालय का दफ्तर है, उसके नीचे बेसमेंट में एक बजट प्रेस है। इसी प्रेस में हलवा सेरेमनी होती है।

हलवा सेरेमनी के बाद छपता है बजट :

नार्थ ब्लॉक की प्रेस में हलवा सेरेमनी के बाद ही बजट की छपाई शुरू की जाती है। जिस दिन हलवा सेरेमनी होती है, उस दिन बजट छापने वाले कर्मचारी और अधिकारी वहीं रहते हैं। बता दें कि पिछली बार कोरोना के चलते बजट डॉक्यूमेंट छापने के बजाय इसे डिजिटली पेश किया गया था। इसी वजह से हलवा सेरेमनी भी नहीं हो पाई थी। ऐसे में मिठाई बांटकर इस परंपरा को निभाया गया था।

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