ओला और गिवइंडिया फ्री में देंगी ऑक्सीजन कंसट्रेटर, रिक्वेस्ट भेजने के लिए फॉलो करें ये स्टेप

जिन लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत होगी वो लोग ओला ऐप को लॉगिन कर रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। कैब के द्वारा ऑक्सीजन डिलवरी का कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।

बिजनेस डेस्क.  कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की मौत हो गई है। ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए ओला फाउंडेशन (Ola Foundation ) ने सोमवार को गिवइंडिया (GiveIndia) के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की। ओला ऐप के माध्यम से कस्टमर को ऑक्सीजन कंसट्रेटर ( oxygen concentrators) फ्री में मिलेंगे। इसकी शुरुआत इसी हफ्ते से बेंगलुरु में होगी।

इसे भी पढ़ें- RIL ने सिस्‍टम लगाने के लिए इजरायली टीम को भारत लाने के लिए मांगी मंजूरी, कोरोना की जांच में आएगी तेजी

Latest Videos

जिन लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत होगी वो लोग ओला ऐप को लॉगिन कर रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। इसके बाद ओला कैब मरीज के घर तक ऑक्सीजन कंसट्रेटर लेकर आएगी और इसके लिए कोई चार्ज नहीं देना होगा। इस हफ्ते 500 ऑक्सीजन कंसट्रेटर के सेट के साथ बेंगलुरु में यह सेवा शुरू होगी। ओला और गिवइंडिया आने वाले हफ्तों में 10,000 तक की कंसट्रेटर पूरे देश में उपलब्ध कराएंगी।  

डिवाइस लेगा वापस
जब मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाएगी तो ओला कैब कंसंट्रेटर डिवाइस को वापस लेकर उसके पास भेजगी जिस मरीज को ऑक्सीजन कंसट्रेटर की जरूरत होगी। ओला में चेयरमैन और ग्रुप सीईओ भावेश अग्रवाल ने कहा- यह काम पूरी तरह से फ्री में किया जाएगा। कंसंट्रेटर की डिलीवरी का पैसा कस्टमर से नहीं लिया जाएगा। संकट के समय में हमें अपने लोगों को बचाना है और ऐसे में हमें उनकी मदद करनी चाहिए। गिवइंडिया के सीईओ अतुल सतीजा ने कहा- हमें उम्मीद है कि ऑक्सीजन की आसान पहुंच से कई कई लोगों को संकट से बचाने का काम करेगी।  
 

Share this article
click me!

Latest Videos

'स्टार कैंपेनर का स्वागत है' झारखंड चुनाव में जीत के बाद हेमंत सोरेन का जोश हाई, शेयर की फोटोज
महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के साथ महा विकास अघाड़ी को लगा है एक और जबरदस्त झटका
महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत के बाद BJP कार्यालय पहुंचे PM Modi । Maharashtra Election Result
Sambhal Jama Masjid: संभल में क्या है जामा मस्जिद सर्वे से जुड़ा विवाद? 10 प्वाइंट में समझें सबकुछ
Kharmas 2024: दिसंबर में कब से लग रहे हैं खरमास ? बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य