प्याज की बेतहाशा कीमत से त्रस्त ग्राहकों को इस साल मिल सकती है राहत, उम्मीद की ये है एक बड़ी वजह

सरकार ने सोमवार को कहा कि चालू फसल वर्ष 2019-20 में प्याज उत्पादन सात प्रतिशत बढ़कर 2.44 करोड़ टन रहने का अनुमान है। इससे पिछले कुछ महीनों के दौरान प्याज के ऊंचे दाम से त्रस्त ग्राहकों को राहत मिलने की उम्मीद है
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2020 1:52 PM IST

नई दिल्ली: सरकार ने सोमवार को कहा कि चालू फसल वर्ष 2019-20 में प्याज उत्पादन सात प्रतिशत बढ़कर 2.44 करोड़ टन रहने का अनुमान है। इससे पिछले कुछ महीनों के दौरान प्याज के ऊंचे दाम से त्रस्त ग्राहकों को राहत मिलने की उम्मीद है।

कृषि मंत्रालय ने पहला अनुमान जारी करते हुए कहा कि फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) में प्याज फसल का रकबा बढ़कर 12.93 लाख हेक्टेयर रहा। यह पिछले फसल वर्ष के 12.20 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है। इसके परिणामस्वरूप प्याज का उत्पादन इस साल बढ़कर 2.44 करोड़ टन होने का अनुमान है जो 2018-19 में 2.28 करोड़ टन था।

फिलहाल 60 रुपये किलो के आसपास है प्याज

प्याज का उत्पादन खरीफ और रबी दोनों मौसम में होता है। मंत्रालय ने हाल ही में कहा कि देर से और अत्यधिक बारिश के कारण खरीफ मौसम में 22 प्रतिशत प्याज फसल को नुकसान हुआ। फसल खराब होने के कारण प्याज की कीमत पिछले कुछ महीनों के दौरान 160 रुपये किलो तक पहुंच गयी थी। हालांकि, अभी इसमें कुछ कमी आयी है और यह फिलहाल 60 रुपये किलो के आसपास है।

इसके अलावा आलू का उत्पादन इस साल मामूली बढ़कर 5.194 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो पिछले साल 5.019 करोड़ टन था। वहीं टमाटर का उत्पादन भी कुछ बढ़कर 1.932 करोड़ टन रहने की संभावना है जो पिछले साल 1.9 करोड़ टन रहा था। मंत्रालय के अनुसार बीन, परवल और कद्दू के उत्पादन में मामूली गिरावट का अनुमान है।

एक साल पहले 2.14 करोड़ टन था

हालांकि, सब्जियों का कुल उत्पादन फसल वर्ष 2019-20 में कुछ बढ़कर 18.8 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो पिछले साल में 18.3 करोड़ टन था। प्रमुख फलों में सेब उत्पादन इस साल बढ़कर 27.3 लाख टन रहने का अनुमान है जो पिछले साल 23.1 लाख टन था। हालांकि, आम, केला, अंगूर और अनार के उत्पादन में गिरावट आने का अनुमान है।

आम का उत्पादन 2019-20 में मामूली रूप से घटकर 2.13 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो एक साल पहले 2.14 करोड़ टन था। वहीं केला का उत्पादन 3.05 करोड़ टन से कम होकर 2.964 करोड़ टन रहने का अनुमान है। अंगूर का उत्पादन आलोच्य वर्ष में घटकर 21.5 लाख टन रहने का अनुमान है जो एक साल पहले 30 लाख टन था।

अनुमान है जो पिछले साल के बराबर है

मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार अनार उत्पादन भी घटकर 2019-20 में 23.2 लाख टन रहने का अनुमान है जो पिछले साल 29.1 लाख टन था। कुल फल उत्पादन आलोच्य फसल वर्ष में 9.574 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो एक साल पहले 9.79 करोड़ टन रहा था। विज्ञप्ति के अनुसार मसालों का उत्पादन 2019-20 में घटकर 93.7 लाख टन रहने का अनुमान है जो एक साल पहले 94.2 लाख टन था। वहीं फुलों का उत्पादन 28.7 लाख टन रहने का अनुमान है जो एक साल पहले 29.1 लाख टन था।

शहद का उत्पादन 1,20,000 टन रहने का अनुमान है जो पिछले साल के बराबर है। कुल मिलाकर बागवानी फसलों का उत्पादन 2019-20 में 31.335 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो एक साल पहले 31.074 करोड़ टन था।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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