
बिजनेस डेस्कः पड़ोसी देश पाकिस्तान की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। हालात ऐसे हैं कि लोगों को वहां रहने के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुका है। इसी बीच एक खबर आई है कि पाकिस्तान 19 हजार करोड़ रुपए कर्ज के बदले गिलगित और बाल्टिस्तान इलाकों को चीन के हवाले (pakistan to give gilgit baltistan on lease to china) करने जा रहा है। अपनी आर्थिक स्थिति को थोड़ा सुधारने के लिए पाकिस्तान ने यह कदम उठाने का फैसला किया है।
POK पर भी खतरा
जानकारी दें कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घट रहा है। पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 90 हजार करोड़ रुपए की मदद मिलने की कोई उम्मीद नहीं रह गई है। संभावना जताई जा रही है कि मदद के एवज में पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर (POK) के इलाकों को भी चीन को सौंप सकता है।
सहायता राशि कर दी कम
एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने गिलगित, बाल्टिस्तान और POK के 52 कानूनों को अपने हाथ में ले लिया है। कानून को हाथ में लेने का मतलब यह है कि वहां की जमीन को पाकिस्तान किसी भी देश को लीज पर दे सकता है। 2018 में पाकिस्तान सरकार ने गिलगित, बाल्टिस्तान और पीओके को और अधिकार देने का ऐलान किया था। इस दौरान गिलगित और बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने पाकिस्तान सरकार पर बड़ा आरोप भी लगाया है। इन आरोपो के मुताबिक पाकिस्तान सरकार ने 30 अरब रुपए की सहायता की जगह मात्र 12 अरब रुपए ही दिया है।
चीन कर रहा है खुदाई
कर्ज देने के बदले चीन पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान में हुंजा इलाके से नियोबिम की बड़े पैमाने पर खुदाई कर रहा है। बता दें कि हुंजा में माणिक-मोती और कोयले के 120 लाख मीट्रिक टन के भंडार हैं। हुंजा में चीन को एक बड़ी जमीन लीज पर मिली हुई है। यहां के स्थानीय लोगों ने चीन को लीज जारी किए जाने के विरोध में भारी प्रदर्शन भी किया था। स्थानीय नहीं चाहते कि चीन वहां खुदाई करे। इससे कई घर विस्थापित हो जाएंगे।
पाकिस्तान को मदद की दरकार
एक खबर के मुताबिक पाकिस्तान UAE (संयुक्त अरब अमीरात) से 8 हजार करोड़ रुपए लेने जा रहा है। इसके लिए पाकिस्तान 20 सरकारी कंपनियों के 12% से ज्यादा शेयर UAE को देगा। सऊदी अरब से भी 40 हजार करोड़ रुपए कर्ज लेने के लिए पाकिस्तान ने 2018 से अर्जी लगा रखी थी। सऊदी अरब ने पाकिस्तान को फरवरी में ही 10 हजार करोड़ का कर्ज दिया है। एक्सपर्ट के मुताबिक चीन और पाकिस्तान का मेल भारत के ही खिलाफ हुआ है। चीन जो भी मदद भारत को देता है, वो भारत के खिलाफ किसी रणनीति के लिए ही देता है। चीन का एजेंडा है कि वह गिलगित और बाल्टिस्तान में अपना दबदबा बना ले।
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