कोरोनावायरस के निपटने के लिए 'COVID-19 टास्क फोर्स' का होगा गठन, PM मोदी ने बताई ये वजह

कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण देश कठिन दौर से गुजर रहा है। इस वैश्विक महामारी से खतरे के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों को संबोधित किया

Asianet News Hindi | Published : Mar 19, 2020 3:58 PM IST / Updated: Mar 20 2020, 10:19 AM IST

बिजनेस डेस्क: कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण देश कठिन दौर से गुजर रहा है। इस वैश्विक महामारी से खतरे के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों को संबोधित किया। इस संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई महत्वपूर्ण घोषणा की। इस बीच प्रधानमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे कोरोनावायरस के असर का अध्ययन करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अध्यक्षता में एक COVID-19 Economic Task Force की स्थापना होगी जो यह सुनिश्चित करेगा कि इस महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोग बहुत प्रभावित हुए हैं।

COVID-19 Economic Task Force कोरोना वायरस माहामारी से प्रभावित उद्योग धंधों के लिये राहत पैकेज के बारे में निर्णय करेगा

प्रधानमंत्री ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाला कार्यबल कोरोना वायरस के कारण आर्थिक संकट से पार पाने के उपायों पर गौर करेगा। कोरोना वायरस महामारी के कारण पर्यटन, विमानन और होटल जैसे क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इसका कारण यह है कि कई देशों ने बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अपनी सीमाओं को सील कर दिया है।
 

रुपए पर पड़ा असर 

इस दौरान भारतीय रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 70 पैसे लुढ़ककर 74.96 के स्तर पर आ गया। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और अर्थव्यवस्था पर इसके असर के मद्देनजर निवेशकों ने तेजी से बिकवाली की, जिसका नकारात्मक असर रुपये पर देखने को मिला।

संक्रामक कारोना वायरस महामरी से विश्व भर में फले डर और अनिश्चितताओं के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को भी भारी गिरावट जारी रही। सोमवार से लगातार गिरावट के चलते निवेशकों के लगभग 15.72 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं।

दुनियाभर की नौकरियों पर मंडरा रहा खतरा

कोरोना वायरस का असर सिर्फ भारत पर नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर देखा जा रहा है संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी के अनुसार कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर में लगभग 2.5 करोड़ नौकरियां खत्म हो सकती हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित नीतिगत कार्रवाई के जरिए वैश्विक बेरोजगारी पर कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती है।

जनता कर्फ्यू की अपील की

इसके अलावा अपने संबोधन में पीएम मोदी ने  लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की है। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की है कि जितना संभव हो वे घरों से निकलने से बें। उन्होंने रविवार को जनता कर्फ्यू की अपील की है, यानी जनता खुद ही खुद को ऐसे आइसोलेट करने की कोशिश करे, जैसे कर्फ्यू में होता है।
 

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