आरबीआई एक बार फिर रेपो रेट बढ़ा सकती है। इससे आपकी जेब पर असर पड़ेगा। लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। 6 जून को हनेवाली बैठक में यह निर्णय लिया जा सकता है। बुधवार 8 जून को यह निर्णय सबके सामने होगा।
नई दिल्लीः महंगाई कम होने के कोई संकेत नहीं हैं। ऐसे में आपकी जेब पर और भार पड़ सकता है। आरबीआई (RBI) सोमवार 6 जून से शुरू होने वाली तीन दिवसीय MPC (मौद्रिक नीति समिति) की बैठक में पॉलिसी रेट फिर बढ़ा सकती है। बैठक के नतीजे बुधवार को आएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार भी रेपो दर में कम-से-कम 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। आने वाले महीनों में इसमें और वृद्धि का अनुमान है। गवर्नर शक्तिकांत दास पहले ही इसके संकेत दे चुके हैं। जानकारी दें कि पिछले ही महीने रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की थी और अब इस महीने फिर से 0.25-0.50 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में आप पर ईएमआई का बोझ फिर बढ़ सकता है।
ईएमआई में होगी बढ़ोतरी
जानकारों का कहना है कि अगर आरबीआई रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी करती है, तो ये पिछली बार से भी अधिक होगी। रेपो रेट बढ़ने का सीधा सा मतलब है कि रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को लोन महंगी दर पर मिलेगा। ऐसे में बैंक इस बढ़ोतरी को ग्राहकों तक ट्रांसफर करेंगे और उनके लिए भी कर्ज लेने की दरें महंगी हो जाएंगी। वहीं अगर आपका होम लोन चल रहा है तो उसकी ईएमआई में बढ़ोतरी होगी। हालांकि, इससे उन लोगों को फायदा होगा जो बैंक एफडी कराते हैं, क्योंकि इससे एफडी की दरें भी बढ़ जाएंगी।
समझें ईएमआई का गणित
मान लेते हैं कि एसबीआई से आपने 50 लाख रुपये का होम लोन 20 साल की अवधि के लिए लिया है। बैंक अभी आपको करीब 7.40 फीसदी की दर पर होम लोन दे रही है। ऐसे में अभी आपकी ईएमआई 39,974 रुपये की बन रही है। अगर इस बार रेपो रेट 0.50 फीसदी बढ़ता है और एसबीआई उस बढ़ोतरी को लागू करता है तो आपको होम लोन पर 7.90 फीसदी ब्याज चुकाना होगा। तब आपकी ईएमआई 41,511 रुपये हो जाएगी। यानी रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी से आपकी ईएमआई 1537 रुपये बढ़ जाएगी। मतलब साल भर में आपकी जेब से 18,444 रुपये अतिरिक्त निकलेंगे।
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