रिलायंस की अरामको से साझेदारी का मतलब ऊर्जा कारोबार से हटना नहीं बल्कि विस्तार करना है

रिलायंस इंडस्ट्रीज का सऊदी अरामको के साथ साझेदारी करने का आशय उसका ऊर्जा कारोबार से बाहर होना नहीं, बल्कि यह कारोबार में विस्तार का संकेत देता है

नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज का सऊदी अरामको के साथ साझेदारी करने का आशय उसका ऊर्जा कारोबार से बाहर होना नहीं, बल्कि यह कारोबार में विस्तार का संकेत देता है। बाजार का आकलन करने वाली कंपनी बर्नस्टीन ने अपने एक अध्ययन में यह बात कही है।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने अपने रिफाइनरी का कारोबार की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी सऊदी अरब की राष्ट्रीय तेल कंपनी सऊदी अरामको को बेचने के लिए शुरुआती समझौता किया था। इसके अलावा अपने पेट्रोल पंप कारोबार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी 7,000 करोड़ रुपये में ब्रिटेन की बीपी को बेची है।

Latest Videos

नए कारोबार को ऊर्जा क्षेत्र से दूर रखा

बर्नस्टीन ने अपनी रपट में कहा, ‘‘रिलायंस ने अपने नए कारोबार को ऊर्जा क्षेत्र से दूर रखा है। लेकिन अभी भी उसकी कर पूर्व आय का 64 प्रतिशत ऊर्जा कारोबार से आता है। भले ही रिलायंस ने अपनी हिस्सेदारी बीपी और अरामको को बेची है लेकिन हमें उम्मीद है कि वह अपने रिफाइनरी और पेट्रोरसायन कारोबार का विस्तार करेगी।

रपट में कहा गया है कि देश में रिफाइनरी और पेट्रो रसायन उत्पादों के लिए व्यापक वृद्धि की संभावनाएं मौजूद हैं। अभी देश में पेट्रोलियम उत्पादों की सबसे कम प्रति व्यक्ति मांग 1.3 बैरल है। अगले दो दशक में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग 50 लाख बैरल प्रति दिन से बढ़ने की संभावना है। यह किसी भी अन्य बाजार के तुलना में कहीं अधिक होगा।

कंपनी की योजना पेट्रोल पंपों की संख्या 5,500 पहुंचाने की 

एथिलीन की सालाना मांग पांच किलोग्राम प्रति व्यक्ति से बढ़कर 50-60 किलोग्राम प्रति व्यक्ति हो सकती है। बर्नस्टीन ने कहा, ‘‘रिलायंस का अरामको और बीपी के साथ साझेदारी करना उसके इस कारोबार से हटने के बजाय इसके विस्तार का संकेत देता है। अरामको के निवेश से बाजारों तक पहुंच और वृद्धि सुनिश्चित होगी।’’ रपट में कहा गया है कि बीपी के साथ साझेदारी के चलते ईंधन विपणन का कारोबार तेजी से बढ़ेगा। कंपनी की योजना पेट्रोल पंपों की संख्या 5,500 पहुंचाने की है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

Share this article
click me!

Latest Videos

LIVE 🔴: बाबा साहेब का अपमान नहीं होगा सहन , गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ बर्खास्तगी की उठी मांग'
LIVE🔴: अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में 'अटल युवा महाकुम्भ' का उद्घाटन
बांग्लादेश की अपील से कैसे बच सकती हैं शेख हसीना? ये है आसान रास्ता । Sheikh Hasina
चुनाव नियमों में बदलाव को कांग्रेस की Supreme Court में चुनौती, क्या है पूरा मामला । National News
मोहन भागवत के बयान पर क्यों बिफरे संत, क्या है नाराजगी की वजह । Mohan Bhagwat