देश के बैंकों में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन बढ़ रहा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में कुल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन अब 67 फीसदी हो गया है।
बिजनेस डेस्क। देश के बैंकों में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन बढ़ रहा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में कुल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन अब 67 फीसदी हो गया है। बता दें कि कोरोना महामारी के पहले यह 60 फीसदी था। अब स्टेट बैंक के योनो (Yono) ऐप के जरिए घर बैठे सेविंग्स अकाउंट खुलवाया जा सकता है और दूसरी बैंकिंग सुविधाएं हासिल की जा सकती हैं। बैंक का मानना है कि कोरोना महामारी की वजह से ई-कॉमर्स को बढ़ावा मिला है और ज्यादातर कस्टमर ऑनलाइन बैंकिंग को सुविधाजनक मान रहे हैं।
67 फीसदी ट्रांजैक्शन ऑनलाइन
एसबीआई का कहना है कि उसका 67 फीसदी ट्रांजैक्शन ऑनलाइन हो रहा है और यह यह एक बड़ी संख्या है। बैंक का कहना है कि इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि सभी तरह के ग्राहकों को ठीक से सर्विस दी जाए, भले ही वे टेक फ्रेंडली हो या नहीं। बैंक का यह मानना है कि रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम (RTGS) और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) की चौबीस घंटे की उपलब्धता जैसे इकोसिस्टम से बैंक को अपना डिजिटल लेन-देन बढ़ाने में मदद मिली है।
YONO ऐप में ग्रोथ
बैंक का कहना है कि योनो ऐप (YONO App) के जरिए भी मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ा है। फिलहाल, YONO ऐप के 3.5 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में इस मोबाइल ऐप के जरिए रोज 35 हजार से 40 हजार सेविंग्स अकाउंट खोले जा रहे हैं। इस वित्त वर्ष के दौरान YONO ऐप के जरिए 12.82 लाख ग्राहकों को करीब 16,000 करोड़ रुपए का प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन दिया गया है।
कार लोन और होम लोन दिए
एसबीआई ने यह जानकारी दी कि YONO ऐप के जरिए तकरीबन 4,000 करोड़ रुपए के कार लोन मंजूर किए गए। इसके साथ ही बैंक ने इस मोबाइल ऐप के जरिए 4,000 करोड़ रुपए के होम लोन भी दिया। योनो ऐप यूजर्स एसबीआई लाइफ इन्श्योरेंस, एसबीआई जनरल इन्श्योरेंस और एसबीआई कार्ड और एसबीआई म्यूचुअल फंड सहित बैंक की सहायक कंपनियों के प्रोडक्ट के डिस्ट्रीब्यूशन में भी मददगार होता है। इस वित्त वर्ष में YONO ऐप के जरिए 25 लाख की पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी और 7 लाख जीवन बीमा पॉलिसी जारी की गई है।