भारत में बंदरगाहों पर चीन से आयातित माल की सख्त जांच-पड़ताल की चर्चाएं भी सामने आ रही हैं। हालांकि सरकार की तरफ से इस बारे में आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुए हैं।
बिजनेस डेस्क। लद्दाख की गलवान घाटी में LAC पर झड़प और तनाव की वजह से भारत-चीन के कूटनीतिक, व्यापारिक रिश्ते मुश्किल में नजर आ रहे हैं। झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद से देशभर में चीन और उसके उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम चल रही है। इस बीच भारत में बंदरगाहों पर चीन से आयातित माल की सख्त जांच-पड़ताल की चर्चाएं भी सामने आ रही हैं। हालांकि सरकार की तरफ से इस बारे में आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चेन्नई समेत देश के कुछ बंदरगाहों पर चीन के आयातित माल को सख्ती से चेक किया जा रहा है। जांच संदेह के आधार पर प्रतिबंधित वस्तुओं के लिए है। बंदरगाहों पर चीन को लेकर सख्ती की खबरों से भारतीय कारोबारियों को डर सता रहा है। भारत से भी बड़े पैमाने पर चीन में माल निर्यात किया जाता है। कारोबारियों को डर है कि जवाबी कार्रवाई भारत के निर्यात कारोबार को नुकसान पहुंचेगा।
सरकार जारी करे स्पस्टीकरण
ताजा अपडेट को लेकर फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाईजेशन के प्रेसिडेंट शरद कुमार सराफ ने सरकार से अनुरोध किया है कि इस बारे में स्पष्टीकरण जारी किया जाए ताकि साफ हो कि जानबूझकर आयातित चीनी माल को भारत में निशाना नहीं बनाया जा रहा है।
तनाव के बाद रिश्ते हो रहे खराब
भारत-चीन LAC पर पिछले दिनों चीनी धोखे में हुई झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। जवानों की शहादत की खबर ने देश में लोगों को गुस्से से भर दिया है। भारत के कई व्यापारिक संगठनों ने चीनी माल के बहिष्कार की अपील की है। कई सेलिब्रिटी भी चीन के सामानों का इस्तेमाल बंद कर सबक सिखाने की बात कर रहे हैं।