टैक्स बचाने के साथ चाहते हैं अच्छा रिटर्न तो इन स्कीम्स में लगाएं पैसा, निवेश में कोई जोखिम भी नहीं

महंगाई बढ़ने के साथ ही लोगों की सैलरी में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में कई लोग अब टैक्स के दायरे में आ चुके हैं। अगर आप भी टैक्स से बचना चाहते हैं तो कुछ सरकारी सेविंग स्कीम्स में पैसा निवेश कर ऐसा कर सकते हैं। इन स्कीम्स में आपको टैक्स बेनिफिट के साथ ही बेहतर रिटर्न भी मिलेगा। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 26, 2022 4:08 PM IST / Updated: Sep 26 2022, 09:39 PM IST

Small Savings Scheme: महंगाई बढ़ने के साथ ही लोगों की सैलरी में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में कई लोग अब टैक्स के दायरे में आ चुके हैं। अगर आप भी टैक्स से बचना चाहते हैं तो कुछ सरकारी सेविंग स्कीम्स में पैसा निवेश कर ऐसा कर सकते हैं। इन स्कीम्स में लगने वाला पैसा आपको टैक्स बेनिफिट के साथ ही सेफ इन्वेस्टमेंट और बेहतर रिटर्न भी दिलाएगा। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही छोटी बचत योजनाओं के बारे में। 

स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स की बात करें तो इनमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), किसान विकास पत्र (KVP), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं में निवेश करने पर आपको टैक्स में छूट के साथ ही अच्छा-खास रिटर्न भी मिलता है। इसके अलावा इन योजनाओं में पैसा निवेश करने पर किसी भी तरह का मार्केट रिस्क भी नहीं है। 

जानें किस पर मिलेगा कितना ब्याज? 

स्कीमब्याज
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)7.1%
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)6.8%
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Scheme)7.6%
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra)6.9%
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizens Savings Scheme)7.4%


हर 3 महीने में बदलती हैं ब्याज दरें : 
स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर हर तीन महीने यानी तिमाही आधार पर ब्याज दरों में बदलाव किया जाता है। इन ब्याज दरों को लेकर अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय ही करता है। भले ही जुलाई से सितंबर महीने की तिमाही में इन्हें यथावत रखा गया है। लेकिन इसके बाद की अगली तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर, 2022 में इनमें बढ़ोतरी होने की संभावना है। बता दें कि इन छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

पीएफ पर इतने फीसदी ब्याज : 
ईपीएफओ (EPFO) पहले 8.5 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा था। हालांकि, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए इस ब्याज दर को घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया गया था। बता दें कि पीएफ पर मिलने वाला ब्याज पिछले 40 सालों में सबसे कम है। इससे पहले वित्त वर्ष 1977-78 में EPFO ने लोगों को पीएफ जमा पर 8% ब्याज दिया था। तब से ये लगातार इससे ऊपर बना रहा है। 

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