बंद होने वाले हैं ये 4 पेमेंट बैंक, अगर जमा किया है पैसे तो इस तरीके से जल्द निकाल लें

आइडिया पेमेंट बैंक को बंद करने का फैसला लिया गया है। इसके पीछे अहम वजह, अप्रत्याशित घटनाक्रम को जिम्मेदार ठहराया गया। कंपनी ने कारोबार ठप करने की जानकारी अपने आधिकारीक वेबसाइट www.adityabirla.bank पर दी।

नई दिल्ली. आदित्य बिरला समूह ने आइडिया पेमेंट बैंक को बंद करने का फैसला लिया है। कंपनी ने इसके पीछे अहम वजह, अप्रत्याशित घटनाक्रम को बताया था। आरबीआई ने पिछले दिनों नोटिफिकेशन जारी कर इस बात की पूष्टी की है। उसका कहना है कि मुंबई हाईकोर्ट ने 18 सितंबर 2019 को आइडिया पेमेंट बैंक लिमिटेड को स्वेच्छा से लिक्विडेट करने के आवेदन को मंजूरी दी है।

ग्राहकों को संदेश

Latest Videos

फरवरी 2018 में आइडिया पेमेंट बैंक ने भारत में अपना कारोबार शुरुआत की थी। लेकिन अब कारोबार ठप करने जा रही है। कारोबार बंद करने वाली ये चौथी कंपनी है। कंपनी ने कारोबार ठप करने की जानकारी अपने आधिकारीक वेबसाइट www.adityabirla.bank पर दी। ग्राहकों को भेजे गए संदेश में कहा गया है कि हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि बैंक ने आपकी जमा राशि की वापसी की पूरी इंतजाम कर चुकी है। 

 

कारोबार बंद 

आइडिया पेमेंट बैंक के अलावा टेक महिंद्रा, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी, आईडीएफसी बैंक लिमिटेड और टेलीनॉर फाइनेंशियल सर्विसेज जैसी कंपनियां जो इस क्षेत्र में सर्विस दे रहीं थी उन्होने भी भारत में अपने कारोबार को बंद करने का फैसला ले चुके हैं।  

संदेश में निवेदन

कंपनी ने भेजे गए संदेश में ग्राहकों से खाते में जमा राशि को अन्य बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए अनुरोध भी किया है। इसके मुताबिक ग्राहकों को आइडिया पेमेंट बैंक में जमा राशि को अन्य बैंक खाते, ऑनलाइन पेमेंट खाते या बैंक खाते में ट्रांसफर करने की कही गई है। 

Share this article
click me!

Latest Videos

महज चंद घंटे में Gautam Adani की संपत्ति से 1 लाख Cr रुपए हुए स्वाहा, लगा एक और झटका
PM Modi Guyana Visit: 'नेताओं का चैंपियन'... मोदी को मिला गुयाना और डोमिनिका का सर्वोच्च सम्मान
Maharashtra Jharkhand Exit Poll से क्यों बढ़ेगी नीतीश और मोदी के हनुमान की बेचैनी, नहीं डोलेगा मन!
'गौतम अडानी गिरफ्तार हों' Rahul Gandhi ने PM Modi पर लगाया एक और बड़ा आरोप
कानूनी प्रक्रिया: अमेरिकी न्याय विभाग से गिरफ्तारी का वारंट, अब अडानी केस में आगे क्या होगा?