महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लास का महत्व तथा जरूरत ज्यादातर लोगों को समझ में आ चुका है। आने वाले समय में डिजिटल क्रांति के तहत पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को पांच लाख से अधिक बच्चों को टैबलेट दिए गए।
एजुकेशन डेस्क। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बापताला जिले के बच्चों और शिक्षकों को टैबलेट एडटेक कंपनी बायजू का प्रीमियम कंटेंट दिया। सीएम ने कुल 5.18 लाख टैबलेट बांटे, जिसकी कीमत लगभग 688 करोड़ रुपए थी। वहीं, प्रीमियम कंटेंट की लागत करीब 788 करोड़ रुपए थी। मुख्यमंत्री की ओर से बीते बुधवार को की गई यह कवायद राज्य में स्कूली बच्चों की शिक्षा में और सुधार करने के मकसद से की गई। इसके तहत राज्य में सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के कक्षा 8 के चार लाख 59 हजार 564 स्टूडेंट और 59 हजार 176 टीचर्स को ये टैबलेट दिए गए। इस सिलेबस के जरिए छात्र कहीं भी कभी भी अपनी पढ़ाई जारी रखते हैं। राज्य सरकार इसे डिजिटल क्रांति में बड़ा कदम बता रही है।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि कुछ सोशल ग्रुप बदलती पीढ़ी के अनुकूल होने को लेकर गंभीर नहीं हैं। लेकिन सरकार मानती है कि हम डिजिटल क्रांति की शुरुआत में हैं। हमारा मकसद सरकारी पहल के साथ एक लॉन्ग टर्म विजन के तहत एजुकेशन सिस्टम को बढ़ाना है। रेड्डी के अनुसार वर्ग भेदभाव को खत्म किया जाए। एक बच्चे को शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार है तथा इसमें अंग्रेजी सीखने का अधिकार भी शामिल है।
सब्जेक्ट टीचर कांसेप्ट लागू करेगी सरकार
उन्होंने कहा, अंग्रेजी माध्यम समाज में केवल बड़े लोगों की पसंद नहीं है बल्कि, यह सभी वर्ग के लिए है। कई बार अंग्रेजी माध्यम की ओर बढ़ने के खिलाफ अदालती मामले दायर किए जाते हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण है। स्कूलों में अंग्रेजी को शिक्षा की प्राथमिक भाषा बनाकर और कक्षाओं में सब्जेक्ट टीचर कांसेप्ट को लागू करके राज्य में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए तैयारी की जा रही है। बता दें कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की सरकार कक्षा 8 और 9 के लिए गुणवत्ता सामग्री यानी क्वॉलिटी कंटेंट के साथ टैबलेट उपलब्ध करा रही है। इसमें पहले से एसडी कार्ड अपलोड किया गया है। इस टैबलेट के जरिए छात्र जब चाहें जहां चाहें सिलेबस की पढ़ाई कर सकते हैं।
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