अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय में 147 शैक्षणिक पदों की स्वीकृति, उच्च शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

 यह निर्णय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित साधारण परिषद की बैठक में लिया गया। इन पदों के लिए नोटिफिकेशन कब जारी किया जाएगा इसे लेकर अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है केवल खाली पदों को भरने के लिए स्वीकृति दी गई है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 22, 2021 4:47 AM IST

करियर डेस्क.  अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय (Atal Bihari Vajpayee Hindi University) में 147 शैक्षणिक पदों (academic positions) की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह निर्णय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित साधारण परिषद की बैठक में लिया गया। इन पदों के लिए नोटिफिकेशन कब जारी किया जाएगा इसे लेकर अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है केवल खाली पदों को भरने के लिए स्वीकृति दी गई है। 

किन पदों के लिए दी गई है स्वीकृति
कार्यपरिषद ने यूजीसी द्वारा शैक्षणिक पदों की स्वीकृति के लिए निर्धारित मानदण्डों के अनुसार विश्वविद्यालय में 21 विषयों के लिए प्रत्येक विषय में एक प्राध्यापक, दो सह-प्राध्यापक तथा चार सहायक प्राध्यापक के आधार पर कुल 21 प्राध्यापक, 42 सह-प्राध्यापक एवं 84 सहायक प्राध्यापक के पदों की स्वीकृति दी है। साधारण परिषद ने हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए अटल शोधपीठ की स्थापना, अत्याधुनिक एवं सर्व-सुविधायुक्त लैग्वेंज लेब की स्थापना की स्वीकृति भी दी।

अटल बिहारी हिन्दी विश्वविद्यालय के नवीन अध्ययन केन्द्रों के प्रारंभ करने, विश्वविद्यालय स्तर पर अखिल भारतीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए कार्य-योजना तथा भारत सरकार की कौशल विकास योजना में निरोग केन्द्र योजना विश्वविद्यालय में प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त कार्य परिषद के लिए साधारण परिषद के दो सदस्य राकेश दांगी और आनंद कुमार सिंह को मनोनीत किया गया।

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों की सहभागिता से होने वाला 'अनुगूंज 2021-22' सांस्‍कृतिक कार्यक्रम का 22-23 दिसंबर को किया जा रहा है। कार्यक्रम के समापन दिवस 23 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्‍य अतिथि होंगे और स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार अध्यक्षता करेंगे। भारत वर्ष की स्‍वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ की थीम ''आज़ादी का अमृत महोत्‍सव'' पर आधारित है। इसमें अपनी सांस्‍कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को सहेजते हुए एक फारवर्ड लुकिंग एस्पिरेशनल भारत को दर्शाने का प्रयास किया गया है।

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