Delhi University में बदल सकता है एडमिशन का नियम, अगले साल से इस तरह मिलेगा प्रवेश

दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के  2022-23 शैक्षणिक सत्र बदलाव हो सकता है। DU अब सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) के जरिए एडमिशन लेने के प्रस्ताव पर काम कर रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 4, 2021 3:02 AM IST

करियर डेस्क. दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के  2022-23 शैक्षणिक सत्र बदलाव हो सकता है। DU अब सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) के जरिए एडमिशन लेने के प्रस्ताव पर काम कर रहा है। यह जानकारी यूजीसी (UGC) की गाइड लाइन के बाद की जा रही है। अभी तक इस मामले में कोई फैसला नहीं हुआ है, माना जा रहा यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट इस मामले में जल्द ही फैसला ले सकता है। 

कैसा होगा प्रपोजल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस नए प्लान पर कोई फैसला लेने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय पहले चर्चा करेगी। इस प्रपोजल को सबसे पहले यूनिवर्सिटी की कार्यकारी परिषद और एकेडेमिक काउंसिल के सामने रखा जाएगा जिस चर्चा के बाद फैसला लिया जाएगा। यूजीसी इस संबंध में डीयू को लेटर भेज चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस संबंध में जल्द फैसला लिया जा सकता है। 

लागू करने के लिए क्या अनिवार्य
10 दिसंबर को होने वाली अकादमिक परिषद (एसी) की बैठक में सीयूसेट पर चर्चा होगी। डीयू में सीयूसेट लागू करने के लिए अकादमिक और कार्यकारी परिषद की अनुमति अनिवार्य है। डीयू प्रशासन ने बताया कि हाल ही में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अगामी शैक्षणिक सत्र यानी 2022-23 से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए एक सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। 

प्रपोजल का विरोध भी
एक तरफ जहां नए प्रपोजल में चर्चा चल रही है वहीं, एडमिशन के इस प्रपोजल को लेकर डीयू के अफसरों में विवाद की स्थिति बन गई है। कुछ प्रोफेसर और एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर इसके विरोध में हैं। वो इस तरह के एंट्रेंस की वैधता पर सवाल उठा रहे हैं। दूसरी तरफ कुछ टीचर्स इसके पक्ष में हैं।

सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट का पैटर्न लागू होता है तो डीयू में एडमिशन के लिए हाई कट-ऑफ लिस्ट का जारी नहीं की जाएगी। अभी दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों की कट-ऑफ लिस्ट बहुत हाई जाती है। कट लिस्ट जारी होने के बाद कई बार ऐसा होता है कि अच्छे नंबर लाने वाले स्टूडेंट्स कॉलेज में एडमिशन से वंचित रह जाते हैं। क्योंकि दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन अभी कट लिस्ट के आधार पर होता है।

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