H 1B Visa 2025: 1.80 लाख डॉलर कमाने वाला अमेजन इंजीनियर छोड़ रहा जॉब और अमेरिका, Video शेयर कर बताई वजह

Published : Sep 22, 2025, 10:17 AM IST
H 1B visa fee hike 2025

सार

US H 1B Visa Fee Hike 2025: अमेजन के एक चीनी सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने अमेरिका की हाई पैकेज वाली जॉब छोड़ने का बड़ा फैसला किया है। सालाना 1.80 लाख डॉलर की सैलरी कमाने के बावजूद उसने वीजा नियमों और नई H-1B वीजा फीस बढ़ोतरी को वजह बताया। जानिए।

US Visa Anxiety Story: अमेरिका में काम कर रहे हजारों विदेशी प्रोफेशनल्स के लिए वीजा नियम हमेशा से टेंशन का बड़ा कारण रहे हैं। ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है, जहां अमेजन में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनयर काम करने वाला एक चीनी युवक अमेरिका छोड़ने का फैसला कर चुका है। सालाना करीब 1.80 लाख डॉलर यानी की लगभग 1.5 करोड़ रुपए की मोटी सैलरी कमाने वाला यह इंजीनियर कहता है कि लगातार वीजा से जुड़ी अनिश्चितता और नई नीतियों ने उसकी जिदंगी को इतना मुश्किल बना दिया है कि अब उसे अमेरिका में अपना करियर जारी न रखने का बड़ा कदम उठा लिया है।

वीजा की चिंता से टूटा सॉफ्टवेयर इंजीनयर का सपना

यह इंजीनियर अमेरिका में ओपीटी वर्क परमिट पर काम कर रहा था और उसके पास 18 महीने का समय अभी बाकी भी था। इसके अलावा, उसे H-1B वीजा लॉटरी में एक और कोशिश करने का हक था। लेकिन हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नए H-1B वीजा पर 1 लाख डॉलर करीब 83 लाख रुपए की एक्स्ट्रा फीस लगाने के फैसले ने उसकी चिंता और बढ़ा दी। 3 साल तक की अनिश्चितता झेलने के बाद आखिरकार उसने अमेरिका छोड़ने का मन बना लिया।

अच्छी सैलरी के बाद भी हर वक्त डर में जी रहा था

अपनी कहानी इंस्ट्राग्राम पर शेयर करते हुए इस इंजीनियर ने बताया कि अच्छे पैकेज पर जॉब होने के बावजूद वह लगातार डर और तनाव में जी रहा था। उसने कहा- मैं यहां आया था फाइनेंशियल फ्रीडम और सुकून की तलाश में, लेकिन हर दिन डर में जीना पड़ा। कभी स्टूडेंट वीजा, कभी ओपीटी, फिर H-1B और उसके बाद ग्रीन कार्ड... यह सब एक न खत्म होने वाला चक्र है। जिंदगी में एक पल भी चैन से सांस नहीं ले पाया। नीचे देखें वीडियो

 

 

अब बनाएगा खुद की कंपनी

अमेरिका में नौकरी छोड़ने के बाद अब यह इंजीनियर एक अमेरिकी कंपनी रजिस्टर कर विदेश से ही उसे चलाने की तैयारी कर रहा है। उसका मानना है कि इस तरह वह अमेरिकी सैलरी तो कमाएगा, लेकिन साथ ही विदेश में बेहतर हेल्थकेयर, कम खर्च और ज्यादा आजादी का मजा भी ले सकेगा। उसने अपनी पोस्ट में लिखा- 'नई अमेरिकन ड्रीम यही है- अमेरिका से कमाई करो और दुनिया में कहीं भी रहो। FAANG कंपनी के कर्मचारी से ग्लोबल फाउंडर बनने का सफर मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा और सही फैसला होगा।

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H-1B वीजा फीस बढ़ने से कंपनियों का खर्च बढ़ेगा

इस घटना ने फिर से उस चिंता को सामने ला दिया है, जिसका सामना हजारों इंटरनेशनल स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स रोज कर रहे हैं। H-1B वीजा पर ज्यादा निर्भर रहने वाले भारतीय आईटी सेक्टर पर भी इस फैसले का सीधा असर पड़ सता है। वीजा फीस बढ़ने से कंपनियों का खर्च बढ़ेगा और कई कंपनियां अमेरिका से अपना ध्यान हटाकर दूसरे देशों की ओर रुख कर सकती हैं।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...
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