अनुराधा पाल से गौरव कुमार सिंघल तक..हिंदी मीडियम से IAS बनने वाले 5 अफसर से सीखें सफलता का मंत्र
करियर डेस्क : भाषा कभी सफलता में बाधक नहीं होती है। यह सच कर दिखाया है देश के 5 IAS अफसर ने...वैसे तो हर साल कई कैंडिडेट्स हिंदी मीडियम से UPSC क्लीयर करते हैं लेकिन अनुराधा पाल से लेकर गौरव कुमार सिंघल की कहानी कुछ अलग ही है। पढ़ें सक्सेस स्टोरी..
बेहद सामान्य परिवार से आने वाली अनुराधा पाल के पिता दूध बेचा करते थे। जवाहर नवोदय विद्यालय से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने उत्तराखंड में गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की। 2012 में यूपीएससी की परीक्षा में उन्हें 451वीं रैंक मिली। इसके बाद 2015 में उन्होंने फिर से एग्जाम दिया और इस बार उनकी रैंक 62वीं आई। अनुराधा छात्रों को इंट्रेस्ट के हिसाब से ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनने की सलाह देती हैं।
गौरव सिंह सोगरवाल (IAS Gaurav Singh Sogarwal)
राजस्थान के ही गौरव सिंह सोगरवाल ने भी हिंदी मीडियम से आईएएस का एग्जाम निकाला है। भरतपुर के रहने वाले सोगरवाल की फैमिली खेती-किसानी करती थी। 3 साल की उम्र में मां और 14 साल की उम्र में पिता ने दुनिया छोड़ दिया था। भाई-बहनों का पालन-पोषण करने के साथ उन्होंने किसी तरह पुणे की भारती विद्यापीठ से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली और ट्यूशन पढ़ाकर अपना खर्च चलाते थे। उन्होंने तीसरे प्रयास में यूपीएससी निकाला। पहले IPS बने और चौथे प्रयास में 46वीं रैंक लाकर IAS अफसर बन गए।
गौरव बुडानिया (IAS Gaurav Budania)
हिंदी मीडियम से IAS बनने वालों में गौरव बुडानिया का नाम भी आता है। साल 2020 में उन्होंने यूपीएससी क्लीयर की। उनकी 13वीं रैंक आई थी। राजस्थान के चूरू के सामान्य परिवार से आने वाले गौरव आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट रहे हैं। इंजीनियरिंग की डिग्री के बाद उन्होंने सोशियोलॉजी में मास्टर्स पूरा किया और 2018 में आरएएस परीक्षा दी। तब उन्हें 12वीं रैंक हासिल हुई थी। ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने हिंदी मीडियम से आईएएस परीक्षा दी और पास भी कर ली। वे छात्रों को पॉजिटिविटी के साथ तैयारी करने की सलाह देते हैं।
गंगा सिंह राजपुरोहित (IAS Ganga Singh Rajpurohit)
इसी लिस्ट में राजस्थान के बाड़मेर के गंगा सिंह राजपुरोहित का नाम भी आता है। 2016 में उन्होंने यूपीएससी में 33वीं रैंक हासिल की थी। बीएससी में ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद उन्होंने आईएएस की तैयारी की थी। उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट हिंदी साहित्य था। NCERT की बुक्स से उन्होंने पढ़ाई की थी। उनका कहना है कि जितना हो सके रिवीजन करो। धैर्य रखना भी काफी जरूरी है।
गौरव कुमार सिंघल (IAS Gaurav Kumar Singhal)
यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले गौरव कुमार सिंघल ने 2016 में यूपीएससी परीक्षा में 31वीं रैंक हासिल की थी। हिंदी मीडियम से उन्होंने परीक्षा दी थी और उन्हें सफलता पाने के लिए 5 बार असफलता का मुंह भी देखना पड़ा। वे सलाह देते हैं कि छात्र स्ट्रैटजी बनाकर यूपीएससी की तैयारी करें। खुद पर विश्वास बनाए रखें और मेंटल हेल्थ पर खास ध्यान दें।