
Fighter Pilots Salary: 7 मई 2025 को भारत ने अपने एक और साहसी और निर्णायक कदम से पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम का अभियान चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को एयर स्ट्राइक के जरिए नेस्तनाबूद कर दिया गया।
इस ऑपरेशन की सबसे अहम कड़ी रहे भारतीय वायुसेना के वो फाइटर पायलट्स, जिन्होंने स्कैल्प मिसाइलों से लैस लड़ाकू विमानों को दुश्मन की सीमा तक उड़ाया और सटीक निशाने पर वार कर देश को गौरवान्वित किया। सोशल मीडिया से लेकर न्यूज चैनलों तक, इन वीर पायलट्स की बहादुरी की चर्चा जोरों पर है। लेकिन इन सबके बीच एक सवाल जो आम जनता के मन में उठ रहा है, वह है इतने जिम्मेदार और खतरनाक मिशन को अंजाम देने वाले इन पायलट्स को आखिर कितनी सैलरी मिलती है?
भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट की भूमिका बेहद चुनौतीपूर्ण होती है। ना सिर्फ शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें हर पल सतर्क और तैयार रहना होता है। वे न सिर्फ दुश्मन को मात देने की क्षमता रखते हैं, बल्कि देश की हवाई सीमाओं की रक्षा की पहली पंक्ति में खड़े होते हैं। ऐसे में उनके वेतन और सुविधाएं भी उसी स्तर की होती हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक फाइटर पायलट को औसतन ₹1.22 लाख रुपये प्रति माह वेतन मिलता है। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। उन्हें इसके साथ कई तरह के भत्ते भी मिलते हैं, जैसे कि ट्रैवल अलाउंस, राशन सुविधा, मेडिकल सुविधा, सरकारी आवास और बच्चों की शिक्षा से जुड़ी सहायता। यानी एक फाइटर पायलट को सिर्फ सैलरी नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और बेहतरीन लाइफस्टाइल की पूरी गारंटी मिलती है।
इसके अलावा, जैसे-जैसे उनकी रैंक बढ़ती है, उनकी सैलरी और सुविधाओं में भी इजाफा होता है। स्क्वाड्रन लीडर, विंग कमांडर और ग्रुप कैप्टन जैसी वरिष्ठ पदों पर तैनात फाइटर पायलट्स की सैलरी ₹2 लाख से लेकर ₹2.5 लाख रुपये तक पहुंच सकती है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे मिशन केवल तकनीकी ताकत से सफल नहीं होते, उनके पीछे होते हैं वो जज्बा, निष्ठा और साहस, जो इन फाइटर पायलट्स के दिलों में बसता है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो भारतीय वायुसेना हर बार दुश्मनों को करारा जवाब देने के लिए तैयार है। देश आज इन वीर पायलट्स की बहादुरी को सलाम कर रहा है।