पाँच महीने की कड़ी बेरोजगारी के बाद भी ध्रुव ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत की।
लंबे इंतज़ार और कड़ी मेहनत के बाद एक भारतीय युवक ने अपनी ड्रीम जॉब हासिल कर ली है। बफ़ेलो यूनिवर्सिटी से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करने वाले ध्रुव लोया ने पाँच महीने की कड़ी मेहनत के बाद टेस्ला में नौकरी पाने की खुशी सोशल मीडिया पर शेयर की। पुणे के रहने वाले ध्रुव ने लिंक्डइन पर अपनी सफलता की कहानी शेयर करते हुए बताया कि उन्होंने किन चुनौतियों का सामना किया और इसी तरह के संघर्ष कर रहे लोगों को सलाह भी दी।
"आखिरकार मुझे नौकरी मिल गई!" ध्रुव की लिंक्डइन पोस्ट को काफी लोगों ने पसंद किया। इस युवा इंजीनियर ने बताया कि टेस्ला में पावरवॉल टेक्निकल सपोर्ट स्पेशलिस्ट का पद पाने के लिए उन्होंने कितनी मेहनत की और किन मुश्किलों का सामना किया। ध्रुव ने बताया कि इस नौकरी के लिए उन्होंने कई आवेदन भेजे, 500 से ज़्यादा ईमेल किए और 10 से ज़्यादा इंटरव्यू दिए।
ध्रुव ने बताया कि बेरोजगारी के मुश्किल पाँच महीनों के दौरान उन्होंने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार कोशिश करते रहे। नौकरी की तलाश के दौरान उनके पास रहने की भी कोई जगह नहीं थी और ऐसे में उनके दोस्तों ने उनका साथ दिया। नौकरी ढूंढने के लिए उन्होंने लिंक्डइन, इन्डीड, हैंडशेक, जॉब्राइट डॉट एआई जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया। ईमेल के लिए हंटर डॉट ओआई और रिज्यूमे और कवर लेटर के लिए ChatGPT+ का इस्तेमाल किया। ध्रुव टेस्ला में अपने करियर की शुरुआत को लेकर बेहद उत्साहित हैं और इसके लिए वे दुनिया के सबसे महंगे शहरों में से एक न्यूयॉर्क भी शिफ्ट हो गए हैं।