21 वर्षीय मजदूर सफराज ने NEET में 677/720 अंक हासिल कर मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया। कड़ी मेहनत और संघर्ष से उन्होंने गरीबी को मात दी और प्रेरणा बने। देखें वीडियो
"सपने बड़े हों, तो मुश्किलें छोटी लगती हैं," यह लाइन सफराज के जीवन को परिभाषित करती है। उनकी कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो मुश्किलों से जूझते हुए अपने सपनों को पाने की चाह रखते हैं। लेबर का काम करने वाले 21 वर्षीय सफराज ने NEET 2024 परीक्षा में 677/720 अंक हासिल कर अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष की मिसाल पेश की। उनका यह सफर आसान नहीं था। दो सालों से वह सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक 400 ईंटें उठाकर मजदूरी करते हुए अपने परिवार का सहारा बने और पढ़ाई का खर्चा उठाया।
सफराज का जीवन गरीबी और कठिनाइयों से भरा रहा। उनके घर में कभी छत नहीं थी और सर्द रातों में उनकी मां उन्हें ठंड से बचाने के लिए पूरी रात उनके पास बैठी रहती थीं। महामारी के दौरान, उन्होंने शिक्षक से फोन उधार लेकर यूट्यूब वीडियो देखकर पढ़ाई शुरू की। बाद में, उन्होंने Physics Wallah का कोर्स भी जॉइन किया।
सफराज के जीवन में 2022 का साल बेहद मुश्किलों से भरा रहा। NDA इंटरव्यू के लिए क्वालिफाई करने के बाद, एक दुर्घटना के कारण उन्हें इंटरव्यू छोड़ना पड़ा। उनकी आर्थिक स्थिति ने उन्हें बार-बार रोका, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
Physics Wallah के संस्थापक अलख पांडेय ने सफराज के जीवन को और प्रेरणादायक बना दिया। सफराज की मेहनत देखकर उन्होंने 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी और कहा, "यह पैसे गिफ्ट नहीं, बल्कि कर्ज हैं। इसे लौटाने का सबसे अच्छा तरीका है कि तुम भी किसी जरूरतमंद की मदद करो।"
आज सफराज कोलकाता के नील रतन सिरकार मेडिकल कॉलेज में दाखिला ले चुके हैं। उनकी कहानी ने गांव के युवाओं को सपने देखने और संघर्ष करने की नई राह दिखाई है। सफराज अब कई बच्चों के लिए एक मेंटर हैं, जो उन्हें प्रेरित करते हैं कि कैसे संघर्षों के बावजूद सफलता हासिल की जा सकती है।
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