
JEE Advanced 2026: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने JEE Main 2026 का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है। जल्द ही JEE Main 2026 फर्स्ट सेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होने की संभावना है। हर साल लाखों स्टूडेंट्स इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं ताकि उन्हें IIT, NIT और अन्य टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन मिल सके। लेकिन अक्सर स्टूडेंट्स के मन में एक सवाल रहता है कि आखिर जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड में फर्क क्या है? और कितना स्कोर होने पर JEE Advanced देने का मौका मिलता है? जानिए
NTA के शेड्यूल के अनुसार, JEE Main 2026 Session 1 का एग्जाम 21 जनवरी से 30 जनवरी 2026 के बीच होगा। रजिस्ट्रेशन 1-2 दिनों में शुरू हो जाएगा। वहीं, Session 2 का एग्जाम 1 अप्रैल से 10 अप्रैल 2026 के बीच होगा। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया जनवरी 2026 में शुरू होगी। यह एग्जाम देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में UG इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन के लिए पहला कदम माना जाता है।
बहुत से स्टूडेंट्स यह समझ नहीं पाते कि आखिर JEE Main और JEE Advanced दोनों क्यों होते हैं। दरअसल, JEE दो स्टेज में कंडक्ट होती है-
जेईई मेन: इसके जरिए स्टूडेंट्स को NITs, IIITs, राज्य और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन मिलता है।
जेईई एडवांस्ड: यह परीक्षा सिर्फ IITs (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में एडमिशन के लिए होती है। जो छात्र JEE Main में टॉप करते हैं, वही JEE Advanced देने के योग्य होते हैं।
NTA हर साल JEE Main दो बार कराता है। इन दोनों सेशन्स के रिजल्ट के आधार पर, सिर्फ टॉप 2.5 लाख छात्र ही JEE Advanced देने का मौका पाते हैं। जेईई एडवांस्ड का आयोजन हर साल एक आईआईटी की ओर से किया जाता है और यह परीक्षा साल में एक बार होती है।
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जेईई मेन में क्वालिफाई करने के लिए हर कैटेगरी की अलग-अलग कटऑफ होती है। पिछले सालों के कटऑफ की बात करें तो-
| वर्ष | कैटेगरी | कटऑफ परसेंटाइल |
| 2025 | जनरल | 93.1023262 |
| ओबीसी | 79.4313582 | |
| ईब्ल्यूएस | 80.3830119 | |
| एससी | 61.1526933 | |
| 2024 | जनरल | 93.2362181 |
| ओबीसी | 79.6757881 | |
| ईब्ल्यूएस | 81.3266412 | |
| 2023 | जनरल | 90.7788642 |
| ओबीसी | 73.6114227 | |
| ईब्ल्यूएस | 75.6229025 |
आंकड़ों के अनुसार हर साल जनरल कैटेगरी का कटऑफ 90 से 93 परसेंटाइल के बीच रहता है। ट्रेंड्स बताते हैं कि JEE Advanced के लिए क्वालिफाई करना हर साल थोड़ा मुश्किल होता जा रहा है, क्योंकि स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ती जा रही है और कंपटीशन भी काफी हाई हो गया है। इसलिए जो स्टूडेंट्स IIT का सपना देख रहे हैं, उन्हें पहले जेईई मेन में ही हाई परसेंटाइल स्कोर लाना होगा।
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