
Kota NEET IIT-JEE Preparation Fees 2025: राजस्थान का कोटा देश के लाखों स्टूडेंट्स का सपना सच करने वाला शहर बन चुका है। हर साल 2 लाख से ज्यादा छात्र यहां NEET और IIT-JEE की तैयारी के लिए आते हैं। कोटा को इतना खास बनाने वाली चीजें सिर्फ अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट ही नहीं, बल्कि यहां का नेशनल लेवल का कंपीटिशन, एक्सपर्ट फैकल्टी और मॉर्डन फैसलिटीज भी हैं। यही कारण है कि कोटा को एजुकेशन सिटी ऑफ इंडिया कहा जाता है। देश भर से टैलेंटेड स्टूडेंट्स कोटा में एक साथ पढ़ाई करते हैं। यहां उन्हें अपनी तैयारी को नेशनल लेवल पर परखने का मौका मिलता है। यही वजह है कि IIT-JEE और NEET जैसे कठिन एग्जाम में हर तीसरा सफल छात्र कोटा से जुड़ा होता है।
कोचिंग के अलावा यहां की इंफ्रास्ट्रक्चर भी छात्रों को आकर्षित करती है। कोचिंग के पास हॉस्टल, पीजी, मेस, रेस्टोरेंट, अस्पताल और शॉपिंग जैसी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हैं। कई परिवार अपने बच्चों के साथ यहां बस जाते हैं। खासकर मातएं अपने बच्चों के पास रहकर उन्हें घर जैसा माहौल देती हैं, ताकि पढ़ाई में फोकस बना रहे।
पहले कोटा में पढ़ाई और रहने का खर्च सालाना 4-5 लाख रुपए तक पहुंच जाता था। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। छात्रों की संख्या कम होने की वजह से कोचिंग और हॉस्टल की फीस में भी कटौती हुई है। कोचिंग फीस की बात करें तो ज्यादातर इंस्टीट्यूट अब 17,000 से 1.5 लाख रुपए सालाना चार्ज करते हैं। वहीं हॉस्टल या पीजी में रहने, खाने और बेसिक सुविधाओं का खर्च 8,000 रुपए प्रति महीने से कम है। यानी सालाना करीब 90,000 से 1 लाख रुपए तक का खर्च है। इस तरह, एक स्टूडेंट का कुल सालाना खर्च लगभग 2 लाख रुपए में मैनेज हो जाता है, जो पहले के मुकाबले 40 प्रतिशत कम है।
कोटा के छात्र सिर्फ JEE-NEET ही नहीं, बल्कि इंटरनेशनल ओलंपियाड और विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज में भी सफलता हासिल कर चुके हैं। एमआईटी, कैंब्रिज, ऑक्सफोर्ड जैसी संस्थाओं में एडमिशन पाने वाले कई छात्रों ने कोटा के कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई की थी। कुल मिलाकर, कोटा आज भी IIT और NEET की तैयारी के लिए देशभर में सबसे भरोसेमंद शहर बना हुआ है। कम फीस, बेहतर सुविधाएं और अनुभवी फैकल्टी की वजह से अब पढ़ाई यहां पहले से भी ज्यादा आसान और फायदेमंद हो गई है।
ये भी पढ़ें- NEET PG Merit List: 50% ऑल इंडिया कोटा मेरिट लिस्ट जारी, जानिए कब से शुरू होगी काउंसलिंग
सस्ती लेकिन अच्छी कोचिंग चुनें: फीस और कोर्स की क्वालिटी दोनों का ध्यान रखें।
हॉस्टल, PG का बजट बनाएं: भोजन और रहने के लिए किफायती विकल्प देखें।
ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टडी का बैलेंस: जरूरत पड़ने पर ऑनलाइन टॉपर्स की क्लासेस का फायदा लें।
ग्रुप में पढ़ाई करें: यह खर्च कम करने और समझ बढ़ाने का अच्छा तरीका है।
फ्री और डिस्काउंटेड मटेरियल: पिछले सालों के पेपर्स और ऑनलाइन मॉक टेस्ट का उपयोग करें।
ये भी पढ़ें- क्यों हो रही गूगल बॉय कौटिल्य पंडित की चर्चा? जानिए एजुकेशन और लाइफ की रोचक बातें