
Who is Mithun Manhas BCCI New Chairman: भारतीय क्रिकेट का एक और नया इतिहास रचने वाला है। जम्मू-कश्मीर के फॉर्मर क्रिकेटर मिथुन मन्हास 28 सितंबर 2025 से BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के अध्यक्ष पद का काम संभालेंगे। वे पहले अनकैप्ड क्रिकेटर होंगे, जो दुनिया की सबसे शक्तिशाली क्रिकेट संस्था का नेतृत्व करेंगे। इस बार उनके लिए चुनाव निर्विरोध रहा क्योंकि नामांकन की अंतिम तारीख 21 सितंबर थी और किसी ने उनके खिलाफ दावेदारी नहीं की। मिथुन मन्हास को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैच खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन अब बीसीसीआई की कमान संभाल कर इतिहास रचने जा रहे। जानिए कौन हैं मिथुन मन्हास, उनके एजुकेशन और करियर की रोचक बातें।
मिथुन मन्हास का जन्म 12 अक्टूबर 1979 को जम्मू में हुआ। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई आरआरएल स्कूल और प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट से की। बाद में 12वीं श्री महावीर जैन हायर सेकेंड्री स्कूल से पास की। ग्रेजुएशन उन्होंने जम्मू के गवर्नमेंट गांणी मेमोरियल साइंस कॉलेज से पूरी की। मन्हास बचपन से ही खेल-कूद में सक्रिय थे। उनके मामा भी क्रिकेटर थे और उन्हें देख कर मिथुन ने क्रिकेट में करियर बनाने का सपना देखा। उनके पिता यूनिवर्सिटी ऑफ जम्मू में चीफ मेडिकल ऑफिसर थे और हमेशा से उनके खेल को सपोर्ट करते रहे।
मिथुन ने सिर्फ 12 साल की उम्र में स्टेडियम में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। 1990 में उन्हें जम्मू-कश्मीर की अंडर-15 टीम में सिलेक्शन मिला। इसके बाद उन्होंने अंडर-16 और अंडर-19 टीम में खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। अंडर-19 में उन्होंने 1995 में लगभग 750 रन बनाकर देश के हाईएस्ट स्कोरर बने। उनकी मेहनत रंग लाई और वे जम्मू-कश्मीर टीम के कप्तान बने। जूनियर क्रिकेट में उनकी पहचान बन गई और उनका सिलेक्शन नॉर्थ जोन टीम के लिए हुआ।
12वीं के बाद 17 साल की उम्र में मन्हास दिल्ली आए और वहां के प्रीमियर टूर्नामेंट में खेले। वीरेंद्र सहवाग और आशीष नेहरा जैसे दिग्गजों के बीच उनका प्रदर्शन शानदार रहा। इसके बाद उनका सिलेक्शन दिल्ली रणजी टीम में हुआ।
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मिथुन मन्हास ने 21 सितंबर 2025 को BCCI अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। इस बार कोई और उम्मीदवार नहीं आया, इसलिए वे निर्विरोध अध्यक्ष बनेंगे। 28 सितंबर 2025 को BCCI की वार्षिक बैठक में उनकी औपचारिक घोषणा होगी। बोर्ड के नए नियमों के अनुसार, BCCI का अध्यक्ष जरूरी नहीं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुका हो, लेकिन क्रिकेट के क्षेत्र से जुड़े होना चाहिए। इससे पहले सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी इस पद पर रह चुके हैं।
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