
How to Become Medical Officer India: अगर आप एक डॉक्टर हैं लेकिन यहीं तक सीमित नहीं रहना चाहते, तो आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है मेडिकल ऑफिसर बनना। आपको बता दें कि मेडिकल ऑफिसर का काम केवल मरीजों का इलाज करना नहीं है। उन्हें स्वास्थ्य योजनाओं को लागू करना, मेडिकल रिसर्च करना और पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट जैसी जिम्मेदारियां भी संभालनी पड़ती हैं। हालांकि, इस पद तक पहुंचना आसान नहीं है। इसके लिए सही योग्यता और सरकारी परीक्षा पास करना जरूरी है। ऐसे में जानिए मेडिकल ऑफिसर कैसे बनते हैं और इसके लिए कौन-कौन सी परीक्षाएं पास करनी जरूरी हैं।
सबसे पहले, आपको MBBS (Bachelor of Medicine & Bachelor of Surgery) की डिग्री पूरी करनी होगी। यह एक 5.5 साल का कोर्स है, जिसमें 4.5 साल पढ़ाई और 1 साल की अनिवार्य इंटर्नशिप शामिल होती है। MBBS में एडमिशन लेने के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट ने NEET (UG) परीक्षा पास की हो। MBBS पूरी करने के बाद ही आप सरकारी विभागों और सशस्त्र बलों में मेडिकल ऑफिसर बनने के लिए योग्य हो जाते हैं। आगे पढ़ें मेडिकल ऑफिसर बनने के लिए कौन-कौन सी परीक्षा पास करनी होगी।
UPSC CMS (Combined Medical Services): देश में मेडिकल ऑफिसर बनने का सबसे प्रतिष्ठित रास्ता UPSC CMS परीक्षा है। यह परीक्षा दो चरणों में होती है-
पहला चरण है कंप्यूटर आधारित परीक्षा: इसमें दो पेपर होते हैं, हर पेपर 250 मार्क्स का। विषयों में शामिल हैं- जनरल मेडिसिन, सर्जरी, गायनेकोलॉजी, पेडियाट्रिक्स और प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन।
दूसरा चरण है इंटरव्यू या पर्सनालिटी टेस्ट: कंप्यूटर आधारित परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को 100 मार्क्स के इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इस परीक्षा में सफल होने के बाद उम्मीदवारों को रेलवे, दिल्ली नगर निगम और अन्य केंद्रीय सरकारी संगठनों में मेडिकल ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया जाता है।
लगभग हर राज्य अपने स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल ऑफिसर भर्ती के लिए राज्य लोक सेवा आयोग (State Public Service Commission) की परीक्षा आयोजित करता है। इसमें लिखित परीक्षा और उसके बाद इंटरव्यू होता है। राज्य के अनुसार परीक्षा का पैटर्न थोड़ा अलग हो सकता है।
भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में भी मेडिकल ऑफिसर की भर्ती होती है। इसके लिए AFMC (Armed Forces Medical College) में प्रवेश परीक्षा देना पड़ता है। MBBS पूरी करने के बाद डायरेक्ट भर्ती भी होती है। इसमें इंटरव्यू और मेडिकल फिटनेस टेस्ट शामिल होता है।
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सभी परीक्षाओं में मेरिट में सफल उम्मीदवारों को सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र और क्लिनिक में मेडिकल ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया जाता है। समय और अनुभव के साथ, मेडिकल ऑफिसर पदोन्नति पाकर सीनियर मेडिकल ऑफिसर, चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) और डायरेक्टर ऑफ हेल्थ सर्विसेज जैसे उच्च पदों तक पहुंच सकते हैं।
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