Agriculture Scientist Career: जानिए कैसे बनें एग्रीकल्चर साइंटिस्ट? इसके लिए कौन-कौन से कोर्स और स्पेशलाइजेशन जरूरी हैं। सरकारी नौकरी के क्या ऑप्शन हैं और कौन से एग्जाम्स देने पड़ते हैं? पूरी जानकारी।

Agriculture Scientist Government Jobs Exams: अगर आप अपना करियर कृषि के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं और एक एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए है। एक कृषि वैज्ञानिक बनकर आप न केवल नई तकनीकें और रिसर्च कर सकते हैं, बल्कि देश के किसानों और कृषि क्षेत्र के विकास में भी अहम योगदान दे सकते हैं। इसलिए सही दिशा में कदम रखना बेहद जरूरी है।

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए जरूरी पढ़ाई और बेसिक विषय

कृषि विज्ञान में करियर बनाने के लिए सबसे पहले आपके 10+2 की पढ़ाई में विज्ञान विषय होना जरूरी है। बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स और मैथ्स आपके लिए बेस बनाते हैं। इसके अलावा, बायोलॉजी और कृषि से जुड़े विषयों की बेसिक समझ भी आपको आगे के लिए तैयार करेगी।

एग्रीकल्चर डिग्री और स्पेशलाइजेशन कोर्स ऑप्शन

10+2 के बाद आप कृषि में अपनी डिग्री शुरू कर सकते हैं। इसके लिए बीएससी (एग्रीकल्चरल साइंस, बॉटनी, एग्रोनॉमी) या बीटेक (एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग) अच्छे विकल्प हैं। इसके बाद आप अपनी पढ़ाई एमएससी या एमटेक तक बढ़ा सकते हैं और अपनी रुचि के अनुसार प्लांट प्रोटेक्शन, सॉयल साइंस, क्रॉप साइंस, एग्रीकल्चरल माइक्रोबायोलॉजी या एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स जैसी स्पेशलाइजेशन चुन सकते हैं।

एग्रीकल्चर में PhD और रिसर्च का महत्व

अगर आप कृषि में गहरा ज्ञान हासिल करना चाहते हैं और नई तकनीकें या आविष्कार करना चाहते हैं, तो PhD करना फायदेमंद है। रिसर्च के जरिए आप किसानों के लिए नए समाधान और आधुनिक खेती के तरीके विकसित कर सकते हैं।

एग्रीकल्चर फील्ड में सरकारी नौकरी के लिए ARS एग्जाम

एक एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए सबसे जरूरी कदम है ARS (एग्रीकल्चरल रिसर्च सर्विस) एग्जाम पास करना। यह एग्जाम एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट रिक्रूटमेंट बोर्ड (ASRB) द्वारा आयोजित किया जाता है। सफल होने पर आप सरकारी पदों पर नियुक्त होते हैं और सीधे कृषि अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में काम कर सकते हैं।

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ARS एग्जाम पास करने के टिप्स

  • रोजाना कम से कम 6 घंटे पढ़ाई करें।
  • कृषि विज्ञान और नए शोध पत्रों पर खास ध्यान दें।
  • लैब और फील्ड वर्क का अनुभव जरूर लें।
  • इंटरनेट का सही इस्तेमाल करें- यूट्यूब, ऑनलाइन कोर्स और रिसर्च जर्नल्स से नई तकनीक सीखें।
  • इंटर्नशिप करें और नेटवर्किंग पर ध्यान दें। इससे प्रैक्टिकल नॉलेज बढ़ता है।
  • लगातार नई कृषि विधियां सीखें, ताकि आप हमेशा आगे रहें।

प्रैक्टिकल एक्सपीरिएंस की है खास अहमियत

कृषि विज्ञान में सिर्फ किताबों से पढ़ाई करना पर्याप्त नहीं है। खेतों में जाकर फसलों की स्थिति देखना, मिट्टी की जांच करना और प्रयोग करना बेहद जरूरी है। यही अनुभव आपको बेहतर और सफल कृषि वैज्ञानिक बनाने में मदद करता है।

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