
हम अक्सर सोचते हैं कि ज्यादा सैलरी मिल जाए तो जिंदगी अपने आप आसान हो जाएगी और पैसा भी बढ़ता जाएगा। लेकिन रॉबर्ट कियोसाकी, अपनी मशहूर किताब ‘Rich Dad Poor Dad’ में कहते हैं कि असली अमीरी सैलरी से नहीं, बल्कि सही सोच और स्मार्ट फैसलों से बनती है। इस किताब ने करोड़ों लोगों को यह समझाया है कि पैसे को सिर्फ कमाना काफी नहीं, उसे सही जगह लगाना और उसे अपने लिए काम करवाना ज्यादा जरूरी है। अगर आप भी हर महीने मेहनत करके कमाते हैं, लेकिन बचत और ग्रोथ नहीं दिखती, तो कियोसाकी के ये 5 नियम आपको नई दिशा दे सकते हैं।
कियोसाकी बताते हैं कि अमीर लोग वो चीजें खरीदते हैं जो उनकी जेब में पैसा डालें, जबकि बाकी लोग ऐसी चीजों पर पैसा खर्च करते हैं जो उन्हें ही खाली कर दे। हम अक्सर बड़ी कार, महंगे मोबाइल या बड़ा घर लेने को तरक्की मान लेते हैं, लेकिन असल में ये चीजें हर महीने किस्त और खर्च बढ़ाती हैं। कियोसाकी कहते हैं कि पहले ऐसी चीजें जुटाओ जो आपको हर महीने कमाई दें, जैसे किराए पर दिया घर, डिविडेंड वाला शेयर, छोटा बिजनेस या कोई ऐसी स्किल जिससे पैसे आते रहें। जब जेब में इनकम का फ्लो बन जाता है, तब चाहें महंगी कार लो या बड़ा घर, स्ट्रेस नहीं होता।
उनका मानना है कि नौकरी बिल चुकाती है, लेकिन स्किल्स जिंदगी बदलती हैं। वे कहते हैं कमाने के लिए काम मत करो, सीखने के लिए काम करो। इसका मतलब है कि करियर में उस स्किल पर ध्यान दो जो आपकी वैल्यू बढ़ा दे, जैसे लोगों से बात करना, सेल करना, नेटवर्क बनाना, पैसा संभालना और थोड़ा-बहुत बिजनेस समझना। ये स्किल्स धीरे-धीरे आपकी कमाई कई गुना बढ़ा देती हैं और आप सिर्फ सैलरी पर निर्भर नहीं रहते।
कियोसाकी कहते हैं कि बहुत से लोग इसलिए आगे नहीं बढ़ते क्योंकि उन्हें रिस्क से डर लगता है। जबकि अमीर लोग रिस्क नहीं, बल्कि बिना जाने-समझे फैसले लेने से डरते हैं। वे मानते हैं कि पैसा वहीं मिलता है जहां आप थोड़ा साहस दिखाते हैं, लेकिन तैयारी के साथ। इसका मतलब यह है कि थोड़ा-सा समय निकालकर निवेश के बारे में सीखो, समझो कि कौन-सा बिजनेस कैसे चलता है और फिर छोटे-छोटे कदम उठाओ। कम्फर्ट जोन में बैठकर कोई भी अमीर नहीं बना।
कियोसाकी का सबसे दमदार विचार यही है कि गरीब और मिडिल क्लास पैसे के लिए काम करते हैं, लेकिन अमीर पैसे से अपने लिए काम करवाते हैं। जब आपकी कमाई सिर्फ आपकी नौकरी पर नहीं अटकी होती, बल्कि कई छोटी-छोटी जगहों से आती है, तो आपको आजादी महसूस होती है। ये कमाई कहीं से भी आ सकती है, रॉयल्टी से, किराये से, ऑनलाइन काम से या किसी साइड बिजनेस से। जब पैसे की धारा कई जगह से बहती है, तब जिंदगी में स्थिरता भी आती है और आत्मविश्वास भी।
कियोसाकी कहते हैं कि दो लोग एक ही सैलरी कमा सकते हैं, लेकिन एक अमीर बन जाता है और दूसरा नहीं। फर्क सिर्फ नजरिए का होता है। जिसे मौके दिखते हैं वो आगे बढ़ता है और जो डर में फंसा रहता है वह वहीं खड़ा रहता है। वे कहते हैं कि सफलता उन्हीं को मिलती है जो गिरकर भी उठते रहते हैं। उनका मशहूर वाक्य है- आप गरीब तभी होते हैं, जब आप कोशिश करना छोड़ देते हैं। यानी अगर आपका मनोबल मजबूत है और आप सीखने, बढ़ने और गलतियों से सीखने के लिए तैयार हैं, तो आर्थिक आजादी एक दिन जरूर मिलती है।