
UPSC NDA SSB Interview Process: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी परीक्षा (I), 2025 रिजल्ट (UPSC NDA, NA 1 Results 2025) UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in पर जल्द ही घोषित करेगा। UPSC NDA 1 2025 के रिजल्ट के बाद सफल कैंडिडेट्स को SSB (Services Selection Board) इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। यह प्रक्रिया महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कैंडिडेट के फिजिकल, मेंटल और इंटेलेक्चुअल कैपिसिटी का टेस्ट करती है। SSB इंटरव्यू में कुल पांच दिनों का समय लगता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के टेस्ट होते हैं, जिनका उद्देश्य कैंडिडेट के लीडरशिप, डिसिजन कैपिसिटी, थिंकिंग पावर और ओवर ऑल पर्सनालिटी का मूल्यांकन करना होता है।
पहला दिन गेट-टुगेदर और ओरिएंटेशन: इंटरव्यू का पहला दिन एक ओरिएंटेशन से शुरू होता है, जिसमें कैंडिडेट्स को SSB प्रोसेस के बारे में जानकारी दी जाती है। कैंडिडेट्स को दूसरे दिन के लिए तैयार किया जाता है और उन्हें फिजिकल टेस्ट के बारे में भी बताया जाता है। इस दिन कोई टेस्ट नहीं होता, यह दिन सिर्फ कैंडिडेट्स का परिचय और गाइडेंस देने के लिए होता है।
दूसरा दिन– सायकॉलॉजिकल टेस्ट: दूसरे दिन को मुख्य रूप से मानसिक और बौद्धिक टेस्ट (Mental and Intellectual Test) के लिए निर्धारित किया जाता है। इसमें चार प्रमुख टेस्ट होते हैं-
रोट टेस्ट (Thematic Apperception Test- TAT): इसमें कैंडिडेट को चित्र दिखाए जाते हैं और उनसे उन चित्रों पर आधारित कहानी बनाने को कहा जाता है। इसका उद्देश्य कैंडिडेट की सोचने की क्षमता और सामाजिक व्यवहार को समझना है।
वर्ड एसोसिएशन टेस्ट (Word Association Test- WAT): इसमें कैंडिडेट को एक शब्द दिया जाता है, और उन्हें उस पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए कहा जाता है। इसका उद्देश्य उनके मानसिक और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं का मूल्यांकन करना है।
Situation Reaction Test- SRT: इसमें कैंडिडेट को विभिन्न परिस्थितियों के बारे में सवाल पूछे जाते हैं और उन्हें यह बताना होता है कि वह उस स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया करेंगे।
मनोवैज्ञानिक टेस्ट (Self Description Test): इसमें कैंडिडेट को अपनी खुद की ताकत और कमजोरियों के बारे में लिखना होता है।
तीसरा दिन– ग्रुप डिस्कशन और ग्रुप टास्क: इस दिन को कैंडिडेट्स के सामूहिक कौशल और टीमवर्क का टेस्ट किया जाता है। ग्रुप डिस्कशन (GD) और ग्रुप टास्क (Group Task) आयोजित किए जाते हैं, जिनमें कैंडिडेट्स को अपने थॉट्स, लीडरशिप और टीमवर्क दिखाने का मौका मिलता है। इन कार्यों में कैंडिडेट्स को टीम के साथ मिलकर प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए कहा जाता है। यह टेस्ट यह निर्धारित करता है कि कैंडिडेट किस प्रकार प्रेशर में काम करता है और ग्रुप में कॉर्डिनेशन बनाए रखता है या नहीं।
चौथा दिन– फिजिकल टेस्ट: इस दिन कैंडिडेट्स को फिजिकल फिटनेस के टेस्ट से गुजरना होता है। इसमें कुछ प्रमुख शारीरिक टेस्ट होते हैं, जैसे कि: 5 किलोमीटर की दौड़, शरीर की ताकत और सहनशक्ति की जांच के लिए शारीरिक टेस्ट जैसे पुश-अप्स, चिन-अप्स आदि। इस टेस्ट में शारीरिक क्षमता, सहनशक्ति और फिटनेस का मूल्यांकन किया जाता है।
पांचवां दिन– व्यक्तिगत इंटरव्यू: इस दिन, कैंडिडेट्स का व्यक्तिगत इंटरव्यू लिया जाता है, जिसमें बोर्ड के अधिकारी कैंडिडेट से विभिन्न प्रकार के सवाल पूछते हैं। यह इंटरव्यू कैंडिडेट की बौद्धिक क्षमता, निर्णय लेने की शक्ति, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व को समझने के लिए होता है। इसमें कैंडिडेट से उनकी हॉबी, एजुकेशन और लाइफ गोल्स से रिलेटेड क्वेश्चंस पूछे जाते हैं।
आत्मविश्वास और सच्चाई: कैंडिडेट को सच्चा और आत्मविश्वासी होना चाहिए। किसी भी प्रकार की गलत जानकारी देने से बचें।
टाइम मैनेजमेंट: SSB में समय की कड़ी पाबंदी होती है, इसलिए समय का सही प्रबंधन करना बहुत जरूरी है।
पॉजिटिव एप्रोच: SSB टेस्टों के दौरान पॉजिटिव थिंकिंग और एप्रोच अपनाना बहुत जरूरी है। चाहे वह सोलो या ग्रुप टास्क हो, हमेशा सॉल्यूशन पर ध्यान दें।
फिजिकल फिटनेस: शारीरिक टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए फिट रहना जरूरी है। इसका मतलब है कि आपको दौड़, पुश-अप्स और अन्य फिजिकल एक्टिविटीज की तैयारी करनी चाहिए।
ग्रुप के साथ कॉर्डिनेशन: ग्रुप टास्क में हिस्सा लेते समय अपने ग्रुप के साथ तालमेल बनाए रखें और दूसरों की राय का सम्मान करें।
NDA के SSB इंटरव्यू का प्रोसेस कैंडिडेट्स के मेंटल, फिजिकल और सोशल स्किल का टेस्ट करता है। यह प्रक्रिया काफी चुनौतीपूर्ण होती है, लेकिन अगर सही तैयारी की जाए और आत्मविश्वास के साथ इंटरव्यू दिया जाए, तो सफलता निश्चित है। NDA 1 2025 के रिजल्ट के बाद, कैंडिडेट्स को इस प्रक्रिया का सामना करना होगा, जो उनके भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।