
Madan Dilawar Education Qualification: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर एक बार फिर चर्चाओं में हैं। वजह है एक वायरल वीडियो, जिसमें एक छात्रा ने उनसे अंग्रेजी में सवाल किया और वे जवाब देने में हिचकते नजर आए। यही नहीं, वे दो बार कान पकड़ते भी दिखाई दिए। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोग उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाने लगे हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर कितने पढ़े-लिखे हैं और उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को पढ़ाई में कमजोर समझ लेना बड़ी भूल होगी। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया है। उनकी स्कूलिंग राजस्थान में ही हुई। इसके बाद उन्होंने बोर्ड ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन, जोधपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। हालांकि वे आमतौर पर अंग्रेजी में सहज नहीं हैं, लेकिन टेक्निकल एजुकेशन बैकग्राउंड मजबूत है।
मदन दिलावर का जन्म 11 मई 1959 को अटरू (बारां जिले) के चरडाना गांव में हुआ था। वे 65 साल के हैं और लंबे समय से राजनीति व सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। वे राजस्थान की राजनीति का जाना-माना नाम हैं।
मदन दिलावर ने राजनीति की शुरुआत 1978 में आरएसएस कार्यकर्ता के तौर पर की थी। इसके बाद वे बजरंग दल की कोटा इकाई के अध्यक्ष बने। 1990 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा। वे बारां जिले की अटरू सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं। फिलहाल वे कोटा जिले की रामगंजमंडी सीट से दूसरी बार विधायक हैं। मदन दिलावर वर्तमान में राजस्थान सरकार में स्कूल शिक्षा, पंचायती राज और संस्कृत शिक्षा विभाग के कैबिनेट मंत्री हैं।
जनसुनवाई के दौरान एक छात्रा ने जब अंग्रेजी में सवाल किया, तो मंत्रीजी थोड़े असहज हो गए। उन्होंने छात्रा से हिंदी में बात करने की अपील की और कहा कि वे हिंदी में बेहतर समझ पाएंगे। इस दौरान उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में दो बार अपने कान पकड़े, जो कैमरे में कैद हो गया और अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो को लेकर जहां कुछ लोग मंत्री की सादगी की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि आज के डिजिटल और ग्लोबल एजुकेशन सिस्टम में क्या एक शिक्षा मंत्री को अंग्रेजी न समझना कमजोर कड़ी नहीं है?