
UPSC Interview Tricky Questions: UPSC का इंटरव्यू में तात्कालिक फैसले लेने की क्षमता की भी कड़ी परीक्षा होती है। यहां ऐसे सवाल पूछे जाते हैं, जो सुनने में अजीब लग सकते हैं, लेकिन उनका मकसद होता है आपके व्यक्तित्व की गहराई को समझना। जानिए ऐसे ट्रिकी और हाजिरजवाब सवाल, जो अब तक कई IAS इंटरव्यू में पूछे जा चुके हैं। इन सवालों के जवाब न सिर्फ चौंकाते हैं, बल्कि ये दिखाते हैं कि किस तरह उम्मीदवार अपनी समझदारी से पैनल को प्रभावित करते हैं। अगर आप UPSC की तैयारी कर रहे हैं, तो इन सवालों को जरूर पढ़िए, शायद अगला सवाल आपसे ही पूछा जाए।
जवाब: मैं इस सामाजिक बुराई को रोकने के लिए कानूनी कदमों के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता को प्राथमिकता दूंगा। स्कूलों और पंचायतों के माध्यम से बाल विवाह के नुकसान बताए जाएंगे। आंगनवाड़ी वर्कर्स, ग्राम सेवकों और महिलाओं के समूह को जोड़कर एक मजबूत निगरानी तंत्र बनाऊंगा। साथ ही, शादी पंजीकरण अनिवार्य कराना और हेल्पलाइन नंबर प्रचारित करना मेरी प्राथमिकता होगी। बदलाव कानून से नहीं, मानसिकता से आएगा और उसके लिए लगातार संवाद जरूरी है।
जवाब: सबसे पहले मैं कानून-व्यवस्था को कंट्रोल में लाने के लिए धारा 144 लागू करूंगा और पुलिस फोर्स की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित करूंगा। फिर, दोनों पक्षों के वरिष्ठ और भरोसेमंद लोगों से बात कर सुलह की कोशिश करूंगा। अफवाहों को रोकने के लिए सोशल मीडिया निगरानी और सही जानकारी का प्रचार करूंगा। साथ ही, जो लोग प्रभावित हुए हैं, उनके लिए राहत कैंप और मेडिकल हेल्प तुरंत शुरू करूंगा। दंगों को केवल सख्ती से नहीं, बल्कि समझदारी और संवेदनशीलता से भी संभालना होता है।
जवाब: सिर्फ एक दीवार होगी।
जवाब: उसे "दिन-दहाड़े चोर" कहेंगे।
जवाब: सबसे पहले मैं जमीनी हकीकत समझने के लिए गांव-गांव जाकर लोगों से बात करूंगा। इसके बाद, मैं जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन और पाइपलाइन नेटवर्क की जांच को प्राथमिकता दूंगा। साथ ही, लंबे समय के लिए जल स्रोतों का पुनरुद्धार और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाऊंगा। यह एक प्रशासनिक नहीं, मानवीय चुनौती भी है और इसका समाधान लोगों को साथ लेकर ही निकाला जा सकता है।
जवाब: मैंने UPSC इसलिए चुना क्योंकि मैं केवल एक अच्छी सैलरी या आरामदायक जीवन नहीं चाहता मैं समाज में बदलाव लाना चाहता हूं। एक सिविल सर्वेंट के पास वो शक्ति होती है जिससे वह समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति तक विकास और न्याय पहुंचा सकता है। विदेश या प्राइवेट सेक्टर में खुद की तरक्की होती है, लेकिन प्रशासनिक सेवा में पूरे देश की। मैं एक फर्क बनना चाहता हूं, न कि सिर्फ एक नौकरी करना।
जवाब: पारदर्शिता, जवाबदेही और जमीनी स्तर पर योजना का सही क्रियान्वयन मेरी प्राथमिकता रहेगी।