
Rinku Singh Education: क्रिकेटर रिंकू सिंह अब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बनेंगे। उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होने के बीच रिंकू सिंह के एजुकेशन क्वालिफिकेशन और इस पद के लिए उनकी योग्यता को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के फिनिशर और आईपीएल के सुपरस्टार रिंकू सिंह को योगी सरकार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) बनाए जाने घोषणा की है। रिंकू सिंह को ये मौका अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं के लिए सीधी भर्ती नियमावली 2022 के तहत मिल रहा है। लेकिन इस फैसले के साथ ही लोगों के मन में एक बड़ा सवाल उठ रहा है, क्या शिक्षा विभाग का इतना बड़ा पद एक ऐसे खिलाड़ी को दिया जा सकता है, जो बेहद कम पढ़ा लिखा हो? जानिए
रिंकू सिंह की एजुकेशन क्वालिफिकेशन बेहद सीमित है। उन्होंने 8वीं तक की पढ़ाई की है और 9वीं कक्षा में फेल होने के बाद स्कूल छोड़ दिया। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, इसलिए रिंकू ने कम उम्र में ही छोटे-मोटे काम करना शुरू कर दिया था। लेकिन एक चीज उन्होंने कभी नहीं छोड़ी क्रिकेट। यही उनका पैशन बना और धीरे-धीरे उनका प्रोफेशन भी बन गया।
रिंकू सिंह का नाम अचानक चर्चा में तब आया जब उन्होंने IPL 2023 में एक ओवर में लगातार 5 छक्के जड़ दिए। इस प्रदर्शन ने न सिर्फ उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया, बल्कि भारतीय टीम में भी उन्हें मौका मिला। उन्होंने अगस्त 2023 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया और आज वो टीम इंडिया का एक भरोसेमंद फिनिशर माने जाते हैं।
अब जब रिंकू सिंह को शिक्षा विभाग में एक बड़े पद पर लाने की तैयारी हो रही है, तो इस पर सवाल उठने लगे हैं। क्या एक 8वीं पास व्यक्ति शिक्षा सुधार की जिम्मेदारी संभाल सकता है? क्या ये फैसला सिर्फ उनके क्रिकेट करियर और राजनीतिक संबंधों के कारण है? गौरतलब है कि रिंकू सिंह सपा सांसद प्रिया सरोज के मंगेतर हैं, जो खुद पेशे से वकील हैं और मछलीशहर से सांसद चुनी गई हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार की नियमावली के अनुसार, जो खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए पदक जीतते हैं, उन्हें प्रशासनिक पदों पर सीधी नियुक्ति दी जा सकती है। रिंकू सिंह को भी इसी श्रेणी में नियुक्त किया जा रहा है।