
Worlds largest AI hackathon: TCS ने AI Hackathon 2025 का पहला ग्लोबल एडिशन सफलतापूर्वक पूरा किया। इस हैकथॉन में दुनिया के 58 देशों से 281,000 से ज्यादा TCS कर्मचारी जुड़े, जिससे यह दुनिया का सबसे बड़ा AI Hackathon बन गया। 21 अलग-अलग इंडस्ट्री रिलेटेड AI थीम्स पर आधारित इस आयोजन ने डाइवर्सिटी और रिच का नया रिकॉर्ड कायम किया। इसमें 33% भागीदारी महिलाओं की रही, 53% स्थानीय कर्मचारी विदेशी ऑफिसों से जुड़े, 36% मिड-लेवल और सीनियर कर्मचारी, 38% Gen Z उम्र के कर्मचारी और 29% नॉन-टेक्निकल कर्मचारी शामिल थे।
AI हैकथॉन आयोजित करने के पीछे TCS का मकसद कर्मचारियों को Generative AI और GenAI प्लेटफॉर्म्स का एक्सेस देना था। उन्हें नई तकनीक सीखने और अपने रोजमर्रा के काम में AI का इस्तेमाल करने का मौका देना और इस हैकाथॉन के जरिए इनोवेशन और स्किल बढ़ाना था।
ये भी पढ़ें- TCS अगले 3 साल में यूके में बनाएगी 5,000 नई नौकरियां, लंदन में खोला जाएगा AI एक्सपीरियंस जोन
हैकथॉन ने पीपल, प्लेटफॉर्म और पार्टनर्स को जोड़कर एक नया अनुभव दिया। इसमें टॉप AI टेक्नोलॉजी और TCS के AI WisdomNext जैसे टूल्स का इस्तेमाल किया गया। प्रतिभागियों को ऑनलाइन AI लैब्स और ऑफलाइन AI Friday Labs का एक्सेस मिला, जिससे वे अपनी AI स्किल्स को बेहतर बना सके। Generative AI का इस्तेमाल हैकाॉन सबमिशन्स के इवैल्यूएशन में भी हुआ, जिससे इंसान और AI मिलकर बड़े पैमाने पर काम करने में सक्षम हुए।
TCS के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और COO आर्थी सुब्रमण्यम के अनुसार 281,000 से ज्यादा प्रतिभागियों का जुड़ना यह दिखाता है कि AI ने TCS के सभी कर्मचारियों की कल्पना को कैसे छुआ है। यह हैकथॉन सिर्फ प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि भविष्य की वर्क कल्चर को साथ मिलकर बनाने का तरीका था। यह कर्मचारियों को AI सीखने, नए टूल्स आजमाने और क्लाइंट्स व कम्युनिटी के लिए असरदार सॉल्यूशन्स देने का मौका देता है।
ये भी पढ़ें- AI के असर से TCS, Google, Wipro, Microsoft में बड़े पैमाने पर छंटनी, 70 हजार से ज्यादा नौकरियां गईं
TCS के अनुसार हैकथॉन अब साप्ताहिक AI Fridays के रूप में भारत के प्रमुख TCS कैंपस में जारी रहेगा। कई TCS कस्टमर इस इनोवेशन में हिस्सा लेने में रुचि दिखा रहे हैं। साथ ही कई समाधानों का उपयोग TCS के प्रोडक्ट्स और क्लाइंट सर्विसेज में करने पर विचार किया जा रहा है। TCS की यह पहल AI के इस्तेमाल को बढ़ावा देने, कर्मचारियों को अपस्किल करने और नए सॉल्यूशन्स को लागू करने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।