UPSC Chairman Resign: यूपीएससी के अध्यक्ष मनोज सोनी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। जबकि उनका कार्यकाल मई 2029 में समाप्त होना था। यूपीएससी अध्यक्ष ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है जब IAS पूजा खेडकर धोखाधड़ी मामले की जांच चल रही है।
UPSC Chairman Resign: यूपीएससी के अध्यक्ष मनोज सोनी ने अपना इस्तीफा दे दिया हैं। उन्होंने अपना कार्यकाल समाप्त होने से 5 साल पहले इस्तीफा दे दिया। उनका कायर्काल मई 2029 में समाप्त होना था। इस्तीफे के पीछे की वजह उन्होंने व्यक्तिगत बताये हैं। साथ ही यह भी कहा है कि प्रोबेशनरी आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर का मामला सामने आने के बाद उनका इस्तीफा किसी भी तरह से संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) से जुड़े विवादों और आरोपों से जुड़ा नहीं है।
पूजा खेडकर मामला सामने आने से पहले ही मनोज सोनी दे चके थे इस्तीफा
मिली रिपोर्ट के अनुसार यूपीएससी अध्यक्ष के इस्तीफे का पूजा खेडकर मामले से कोई लेनादेना नहीं है। दरअसल उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए एक पखवाड़े पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उनका इस्तीफा अबतक स्वीकार नहीं किया गया है।
साल 2023 में यूपीएससी अध्यक्ष बने थे मनोज सोनी
59 वर्षीय मनोज सोनी 28 जून, 2017 को संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य के रूप में पदभार संभाला था। 16 मई, 2023 को वे यूपीएससी अध्यक्ष बने। उनका कार्यकाल 15 मई, 2029 को समाप्त होना था। कथित रूप से यूपीएससी अध्यक्ष बनाये जाने से मनोज सोनी खुश नहीं थे, उन्होंने पदमुक्त होने का अनुरोध किया था लेकिन तब उनका अनुरोध स्वीकार नहीं किया गया था।
सामाजिक-धार्मिक गतिविधियों में समय देने की इच्छा
मनोज सोनी अब अपना ज्यादातर समय सामाजिक-धार्मिक गतिविधियों देना चाहते हैं। यूपीएससी अध्यक्ष के इस्तीफे की खबर इस समय इसलिए चौकाने वाली है क्योंकि यूपीएससी की ओर से शुक्रवार को कहा गया था कि पूजा खेडकर ने पात्रता से परे सिविल सेवा परीक्षा में धोखाधड़ी के लिए अपनी पहचान बदली। उसके खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। साथ ही पूजा खेडकर के यूपीएससी सेलेक्शन का रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं से वंचित करने के लिए शो कॉज नोटिस भी जारी किया गया है।
मनोज सोनी का अबतक का करियर
यूपीएससी में नियुक्ति से पहले, मनोज सोनी तीन बार कुलपति रह चुके हैं। उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ओपन यूनिवर्सिटी (बीएओयू), गुजरात के वीसी के रूप में 1 अगस्त 2009 से 31 जुलाई 2015 तक लगातार दो कार्यकाल पूरे किये। इससे पहले अप्रैल 2005 से अप्रैल 2008 तक बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (MSU) के वीसी के रूप में अपना एक कार्यकाल पूरा किया। बता दें कि एमएसयू में शामिल होने के समय, मनोज सोनी भारत में अब तक के सबसे कम उम्र के कुलपति थे। इंटरनेशनल रिलेशंस में विशेषज्ञता के साथ पॉलिटिकल साइंस के विद्वान, सोनी ने 1991 और 2016 के बीच सरदार पटेल विश्वविद्यालय (एसपीयू), वल्लभ विद्यानगर में इंटरनेशन रिलेशंस पढ़ाया। मनोज सोनी को कई अवार्ड भी मिल चुके हैं। उनकी कई किताबें पब्लिश हुई हैं।
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