सार
जमीन मामले में कुछ लोगों को बंदूक लेकर धमकाने का वीडियो वायरल होने के बाद दिलीप खेडकर और उनकी पत्नी मनोरमा के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद से दोनों फरार थे। वहीं 18 जुलाई को एक लॉज से मनोरमा खेडकर को गिरफ्तार कर लिया गया।
Who is IAS Pooja Khedkars father Dilip Khedkar: ट्रेनी आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर की मां मनोरमा के साथ उनके पिता दिलीप खेडकर भी पुलिस जांच के दायरे में आ गये हैं। पुणे के किसानों को बंदूक हाथ में लेकर धमकाने का वीडियो वायरल होने के बाद दिलीप खेडकर और उनकी पत्नी मनोरमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गया। मामले में पुलिस जांच से पहले ही दोनों फरार हो गये थे। हालांकि मनोरमा खेडकर को पुणे पुलिस ने 18 जुलाई को एक लॉज से गिरफ्तार कर लिया। वहीं दिलीप खेडकर की बात करें तो वे महाराष्ट्र सरकार के रिटायर्ड एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर हैं। ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर को पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप में दो बार सस्पेंड किया जा चुका है। जबरन वसूली के आरोप में दो बार, जिसमें सबसे पहले 2018 और दूसरी बार 2020 में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। अब बंदूक के साथ कुछ लोगों को धमकी देने का एक वीडियो वायरल होने के बाद मनोरमा खेडकर के साथ दिलीप खेडकर के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। दिलीप खेडकर पर आय से अधिक संपत्ति का भी आरोप है। शिाकयत के बाद पुणे एंटी करप्शन ब्यूरो ने भी उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
दिलीप खेडकर को किन मामलों में किया गया सस्पेंड
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार दिलीप खेडकर को एक बार साल 2018 में और दूसरी बार 2020 में सस्पेंड किया गया। रिपोर्ट के अनुसार साल 2015 में करीब 300 छोटे बिजनेसमैन ने दिलीप खेडकर के खिलाफ शिकायत की थी। उन पर जबरन वसूली और बिना कारण परेशान करने का आरोप लगाया था। इसके अलावा दिलीप खेडकर जब कोल्हापुर के रीजनल ऑफिसर थे, तब स्थानीय आरा मिल और लकड़ी व्यापारी संघ ने भी उनके खिलाफ पुलिस कंप्लेन की थी। उनका आरोप था कि खेडकर ने बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए 50,000 तक की रिश्वत मांग। इतना ही नहीं ऐसा भी कहा जा रहा है कि एक बार दिलीप खेडकर बिना अनुमति के छह से सात महीने अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित रहे थे। 2019 की एक और कंप्लेन के अनुसार दिलीप खेडकर ने एक कंपनी से 20 लाख रुपये की मांग की थी।
आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच
ट्रेनी आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर के खिलाफ ओबीसी स्टेटस जांच के बीच दिलीप खेडकर की संपत्ति सुर्खियों में आ गई है, जिनके आईएएस अधिकारी के रूप में चयन ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं। एसीबी की जांच में दिलीप खेडकर के स्वामित्व वाली जमीन, कारों और कंपनियां शामिल हैं। मामले में दिलीप खेडकर से तीन दिनों तक पूछताछ की गई। जिसके बाद ही वे फरार हो गये।
सुहास दिवसे की शिकायत के बाद फंसी पूजा खेडकर
पूजा खेडकर की परेशानी तब शुरू हुई जब पुणे के जिला कलेक्टर सुहास दिवसे ने उनके खिलाफ लिखित शिकायत महाराष्ट्र की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक को की। उन्होंने ट्रेनी आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर की उन सुविधाओं की मांग के बारे में लिखा था, जो एक ट्रेनी के तौर पर उन्हें नहीं दी जा सकती थी। इसके बाद पूजा खेडकर के यूपीएससी सेलेक्शन पर सवाल उठा और पता चला कि उन्हें दिव्यांगता और नॉन क्रीमी लेयर ओबीसी कैटेगरी में सेलेक्शन मिला है। नॉन क्रीमी लेयर ओबीसी कैटेगरी में कैंडिडेट को आरक्षण तभी मिलता है यदि उसकी पारिवारिक आय सालाना 8 लाख से कम हो। जबकि लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले दायर किए गए दिलीप खेडकर के हलफनामे से पता चलता है कि उनके पास 40 करोड़ रुपये की संपत्ति है। मंथली इंकम 49 लाख रुपये है। इन खुलासों के बाद पूजा खेडकर की आईएएस ट्रेनिंग पर रोक लगा दी गई। जांच चल रही है।
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