किस रैंक पर बनते हैं IAS, IPS या IFS? जानिए UPSC सर्विस अलॉटमेंट प्रोसेस में नंबर और कैटेगरी का रोल

Published : May 02, 2025, 02:57 PM ISTUpdated : May 02, 2025, 02:59 PM IST
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सार

IAS IPS IFS Allotment Process: UPSC CSE 2024 के रिजल्ट आ गए हैं। इस बीच कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर UPSC में सफलता के बाद किसी कैंडिडेट का IAS, IPS, IFS में चयन कैसे होता है? जानिए इसमें रैंक, प्राथमिकता और आरक्षण की भूमिका।

UPSC Service Allocation Process: UPSC Civil Services Examination (CSE) 2024 के रिजल्ट घोषित हो चुके हैं। अक्सर उम्मीदवारों के मन में यह बड़ा सवाल रहता है कि IAS, IPS, या IFS में के लिए सेलेक्शन का आधार क्या है। UPSC परीक्षा पास करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, लेकिन सेवा चयन (जैसे IAS, IPS, IFS) भी उतना ही महत्वपूर्ण है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से एक तय फार्मूले पर आधारित होती है, जिसमें उम्मीदवार का रैंक, सेवा के प्रति प्राथमिकताएं और आरक्षण श्रेणी शामिल होती हैं। जानिए इस पूरी प्रक्रिया के बारे में।

IAS, IPS और IFS जैसी सेवाओं का चयन कैसे होता है?

जब कोई उम्मीदवार UPSC CSE की सभी चरणों को सफलतापूर्वक पास कर लेता है, तो वह भारत की प्रमुख सेवाओं जैसे IAS (Indian Administrative Service), IPS (Indian Police Service), IFS (Indian Foreign Service) और अन्य सेवाओं में से किसी एक में चयनित होने के लिए पात्र होता है। ये सेवाएं देश के प्रशासन, कानून व्यवस्था, कूटनीतिक मामलों और कर प्रशासन से संबंधित हैं।

सर्विसपूरा नाममुख्य पदमुख्य जिम्मेदारियां
IASभारतीय प्रशासनिक सेवाDM, SDM, सचिवशासन, नीति निर्माण, सार्वजनिक सेवा वितरण
IPSभारतीय पुलिस सेवाSP, DIG, DGPकानून व्यवस्था बनाए रखना, आंतरिक सुरक्षा
IFSभारतीय विदेश सेवाराजदूत, कौंसल जनरलभारत का वैश्विक प्रतिनिधित्व, कूटनीतिक कार्य
IRSभारतीय राजस्व सेवाआयकर अधिकारी, कस्टम अधिकारीकर संग्रहण, कर चोरी रोकना, प्रवर्तन

UPSC रैंक और प्राथमिकताएं सर्विस सिलेक्शन पर कैसे असर डालती हैं?

सभी चरणों को पार करने के बाद, उम्मीदवारों को एक फाइनल रैंक मिलता है। इस रैंक के आधार पर, उनकी सेवा चयन प्रक्रिया शुरू होती है। इसके अलावा, उम्मीदवार द्वारा भरे गए सर्विस सेलेक्शन ऑप्शन (जो Detailed Application Form - DAF में होते हैं) और आरक्षण श्रेणी (General, OBC, SC, ST, EWS) भी इस चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यहां एक सामान्य विभाजन है, जो जनरल श्रेणी के लिए है, ताकि आपको पता चले कि किस रैंक पर कौन सी सेवा मिल सकती है-

सेवापद का नामटिपिकल रैंक कट-ऑफनियंत्रण मंत्रालय
IASभारतीय प्रशासनिक सेवाटॉप 90-100 रैंकविभाग - कार्मिक और प्रशिक्षण (DoPT)
IFSभारतीय विदेश सेवाटॉप 100-120 रैंकविदेश मंत्रालय
IPSभारतीय पुलिस सेवा  टॉप 200-250 रैंकगृह मंत्रालय
IRS  (IT) आयकर सेवारैंक 250-500वित्त मंत्रालय
IRS (Customs)कस्टम्स और अप्रत्यक्ष कररैंक 300-550वित्त मंत्रालय (GST/कस्टम्स)
अन्य सेवाएं IRTS, IAAS, IDAS, आदिरैंक 500+संबंधित मंत्रालय और विभाग

यह आंकड़े केवल जनरल श्रेणी के लिए अनुमानित हैं। ओबीसी, एससी, एसटी और ईडब्ल्यूएस श्रेणियों के लिए यह रैंक कुछ हद तक भिन्न हो सकते हैं। इसके अलावा, उम्मीदवार की चिकित्सा फिटनेस और प्राथमिकताएं भी सेवा चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

UPSC की परीक्षा पास करना सिर्फ एक शुरुआत है। इसके बाद सेवा चयन की प्रक्रिया शुरू होती है, जो एक प्रतिष्ठित सिविल सेवक के करियर के लिए एक नया रास्ता तय करती है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से एक निश्चित फार्मूले के तहत होती है। उम्मीदवारों को केवल उच्च रैंक पाने का लक्ष्य नहीं रखना चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी सेवा प्राथमिकताएं सही से भरनी चाहिए और शारीरिक रूप से फिट रहना चाहिए।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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