यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद प्रशिक्षु आईपीएस को हैदराबाद पुलिस अकादमी में, जबकि प्रशिक्षु आईएएस को मसूरी में एलबीएसएनएए में ट्रेनिंग दीा जाती है। ट्रेनिंग के दौरान इन्हें हजारों रुपये फीस भी चुकानी पड़ती है। जानें पूरी डिटेल।
IAS Training Fees: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी होने के बाद आईएएस अधिकारियों की ट्रेनिंग शुरू होती है। यूपीएससी परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। अच्छी रैंक पाने के लिए कैंडिडेट को बहुत अधिक मेहनत और फोकस की आवश्यकता होती है। यूपीएससी फाइनल रिजल्ट में पास होने के बाद कैंडिडेट का प्रशिक्षण सत्र शुरू होता है। सफल युवा कैंडिडेट की ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी यानी एलबीएसएनएए में होती है, जो उत्तराखंड के मसूरी में स्थित है।
फिजिकल और मेंटल ट्रेनिंग
ऑफिसर्स को फिजिकली और मेंटली दोनों तरह से ट्रेनिंग दी जाती है। सबसे पहले इन अधिकारियों को प्रशासन की बुनियादी बातों के बारे में जानकारी दी जाती है और 3 महीने के बाद, आईपीएस अधिकारियों को हैदराबाद में सरदार वल्लभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में आगे की ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है।
आईएएस प्रशिक्षण संस्थान- एलबीएसएनएए की फीस कितनी है?
एलबीएसएनएए में प्रशिक्षु अधिकारियों को बहुत ही कम राशि का भुगतान करना होता है। एक व्यक्ति के कमरे के लिए प्रशिक्षु को प्रति माह 350 रुपये का भुगतान करना पड़ता है, जबकि दो व्यक्तियों के लिए एक कमरे का किराया 175 रुपये प्रति व्यक्ति है। इसमें बिजली और पानी जैसी चीजों की कीमत शामिल है। इसके अलावा कुल मिलाकर मेस फीस लगभग 10,000 रुपये का भुगतान करना पड़ता है।
एलबीएसएनएए में दी जाने वाली सुविधाएं
प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को हॉस्टल आवास, भोजन, खेल, साइकिल ट्रैक, जिम, कॉम्प्लेक्स, लाइब्रेरी, आईटी सर्विस और कई अन्य सुविधाएं मिलती हैं। अकादमी में घुड़सवारी भी सिखाई जाती है। उन्हें एक मेडिकल सेंटर भी प्रदान किया जाता है।
एक प्रशिक्षु आईएएस/आईपीएस का वेतन कितना होता है?
एक प्रशिक्षु आईएएस/आईपीएस का कुल वेतन 56,000 रुपये प्रति माह है, हालांकि छात्रावास शुल्क और मेस जैसे अन्य खर्चों में कटौती के बाद, प्रशिक्षुओं के हाथ में 40,000 रुपये बचते हैं।
एलबीएसएनएए में IAS ऑफिसर्स के लिए ट्रेनिंग सिलेबस क्या है?
ऑफिसर्स का दिन सुबह 6 बजे शुरू होता है, वे एक्सरसाइज ड्रिल या जॉगिंग के लिए जाते हैं, फिर सुबह 9 बजे कक्षाओं के लिए तैयार होने के लिए 1 घंटे का ब्रेक लेते हैं जो शाम 5 बजे तक चलता है। शाम का समय कम्युनिटी सर्विसेज या ट्रैकिंग जैसी एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज के लिए होता है। उनका दिन रात्रि भोजन के बाद 8 बजे समाप्त होता है।
IAS-IPS फाउंडेशन कोर्स
चार महीने का फाउंडेशन कोर्स होता है। इस दौरान आईएएस और आईपीएस साथ-साथ ट्रेनिंग करते हैं।
चरण 1: ट्रेनिंग के पहले चरण में 15 सप्ताह के एजुकेशनल मॉड्यूल और 40-45 दिनों का भारत दर्शन शामिल है।
चरण 2: जिला प्रशिक्षण: यह एक साल का प्रोग्राम है जिसमें ट्रेनी ऑफिसर्स को एक जिले में भेजा जाता है।
चरण 3 में ट्रेनिंग छह सप्ताह या दो महीने तक चलता है। वे पूरे कोर्स के दौरान अब तक प्राप्त अनुभवों और पाठों का एक-दूसरे के साथ आदान-प्रदान करते हैं।
चरण 4: सहायक सचिव पद: प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी आईएएस अधिकारी इस दौरान केंद्रीय सचिवालय में असिस्टेंट सेक्रेटरी के रूप में कार्य करते हैं।
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