देहरादून में आयोजित रोजगार मेले में 70 कंपनियों द्वारा 4500 युवाओं को रोजगार दिये जाने का दावा करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत।
देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित रोजगार मेले में 70 कंपनियों द्वारा 4500 युवाओं को रोजगार दिये जाने का दावा करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज कहा कि राज्य सरकार सरकारी सेवाओं, अन्य तरीकों तथा स्वरोजगार के माध्यम से युवाओं को रोजगार के संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।
मेले का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री रावत ने कहा
कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग द्वारा आयोजित रोजगार मेले का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि इस रोजगार मेले में लगभग 70 कम्पनियों द्वारा 4500 युवाओं को रोजगार दिया जायेगा। उन्होंने सरकार के अनुरोध पर युवाओं को सेवायोजित करने के लिए बड़ी संख्या में प्रतिभाग करने पर कम्पनियों का आभार भी व्यक्त किया।
युवाओं को परिश्रमी एवं ईमानदार बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा
उत्तराखण्ड के युवाओं को परिश्रमी एवं ईमानदार बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत है और इसी उद्देश्य से राज्य, जिला एवं तहसील स्तर पर रोजगार मेले आयोजित किये जा रहे हैं जहां कंपनियां युवाओं का साक्षात्कार कर उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी दे रही हैं ।
उन्होंने कहा कि यह वर्ष रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है और कंपनियों के माध्यम से युवाओं को रोजगार दिलाने, स्वरोजगार के संसाधन उपलब्ध कराने के अलावा सरकारी सेवाओं में भी विभिन्न पदों के लिए विभागों द्वारा लोक सेवा आयोग एवं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को अनुरोध किया गया है।
उन्होंने कहा कि इन पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जायेगी।
'स्किल इंडिया' के सपने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'स्किल इंडिया' के सपने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए उत्तराखण्ड में सीपेट जैसे प्रशिक्षण संस्थान खोले गये हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अभी तक 82 ग्रोथ सेंटर की स्वीकृति दी जा चुकी है तथा वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत प्रदेश के युवाओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर बसें दी जा रही हैं और इन बसों का अनुबंध रोडबेज से किया गया है।
कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जहां कौशल विकास, सेवायोजन एवं प्रशिक्षण के लिए एक विभाग एवं मंत्रालय बनाया गया है।
रावत ने कहा कि कम्पनियों द्वारा युवाओं को साक्षात्कार के माध्यम से दिये जा रहे रोजगार की शर्तों के पूर्णतः अनुपालन के लिए उनकी निगरानी की जा रही है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)