गुजरात में नकल का शॉकिंग केस: रेलवे की परीक्षा में बैठे कैंडिडेट ने अंगूठे की चमड़ी नकली लगवाई, पुलिस भी हैरान

रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा के दौरान डमी कैंडिडेट का ऐसा मामला आया है कि हर कोई हैरान है। बिहार के दो छात्रों ने सरकार नौकरी के लिए अंगूठे की चमड़ी तक उतरवा ली। लेकिन उनकी ये चालाकी ज्यादा देर नहीं चली और हवालात जाना पड़ा।

Asianet News Hindi | Published : Aug 25, 2022 9:00 AM IST

करियर डेस्क : भारतीय रेलवे (Indian Railway) में सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri 2022) पाने के लिए एक युवक ने कुछ ऐसा काम कर दिया कि लोग हैरान रह गए। मीडिया के हवाले से मिल रही खबर के मुताबिक, गुजरात (Gujarat) में रेलवे की भर्ती परीक्षा (Railway Recruitment 2022) चल रही थी। यहां एक युवक अपने दोस्त की जगह डमी कैंडिडेट के रुप में पेपर देने पहुंचा। इस दौरान वह पकड़ा न जाए, इसलिए अपने अंगूठे की चमड़ी तक उतरवा दी। परीक्षा केंद्र जाने से पहले उनसे अपनी चमड़ी उतारकर दोस्त के अंगूठे की चमड़ी लगवा ली ताकि बायोमेट्रिक अटेंडेंस में वह पकड़ा न जा सके। हालांकि उसकी यह चालाकी ज्यादा देर तक नहीं चली और हवालात की हवा खानी पड़ी.

सैनिटाइजर से खुली पोल
गुरुवार को इसकी जानकारी मीडियो को देते हुए अधिकारियों ने बताया कि मामला 22 अगस्त, 2022 को वड़ोदरा (Vadodara) शरह में आयोजित रेलवे भर्ती परीक्षा का है। डमी उम्मीदवार ने गर्म तवे की मदद से अपने अंगूठे की स्किन को हटा दिया और असली परीक्षार्थी की के अंगूठे की त्वचा चिपका पेपर देने पहुंच गया। बायोमेट्रिक अटेंडेंस के दौरान जब क्लास में मौजूद टीचर (पर्यवेक्षक) ने उसके हाथ पर सैनिटाइजर डाला तो चिपका हुआ प्रॉक्सी अंगूठे का थंब इंप्रेशन गिर गया। इससे उसकी पोल खुल गई और वह पकड़ा गया।

बिहार का है मास्टरमाइंड
वडोदरा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एसएम वरोतारिया ने मीडिया को बताया कि बुधवार को दोनों आरोपी को पकड़ा गया है। आरोपी बिहार (Bihar) के मुंगेर जिले का रहने वाला है। पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी से आरोप में दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। उम्मीदवार का नाम मनीष कुमार है और उसके प्रॉक्सी का नाम राज्यगुरु गुप्ता। दोनों की उम्र 20 साल के आसपास है। दोनों 12वीं पास हैं।

पुलिस में दर्ज शिकायत में ये कहा गया है
वडोदरा के लक्ष्मीपुरा पुलिस स्टेशन में यह मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में कहा गया है कि 22 अगस्त, 2022 को रेलवे ग्रुप डी के एग्जाम चल रहे थे। इस दौरान बायोमेट्रिक डिवाइस के रिए उम्मीदवारों का डेटा मिलाया जा रहा था। उसी वक्त डिवाइस उम्मीदवार के अंगूठे के निशान पर मनीष कुमार का नाम आ रहा था। बार-बार वह अपना लेफ्ट हैंड छुपाने की कोशिश कर रहा था। इससे पर्यवेक्षक को शक हुआ और जब उनसे बाएं अंगूठे पर सैनिटाइजर छिड़का तो उसकी नकली चमड़ी गिर गई और उसे पकड़ा गया।

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