अब स्टेट PCS, RO, Judicial Service​​​​​​​ के छात्रों ने उठाई एक्स्ट्रा अटेम्प्ट की मांग, CM योगी को लिखा पत्र

कोविड महामारी के बीच साल 2020 में आयोजित हुई पीसीएस (PCS), आरओ (RO), एआरओ (ARO), न्यायिक सेवा परीक्षा (Judicial Service), एपीओ (APO) समेत अन्य सीधी भर्ती की परीक्षाओं में शामिल न हो सके कैंडिडेट्स ने भी अतिरिक्त अवसर की मांग की है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Feb 8, 2021 9:59 AM IST

करियर डेस्क.  हाल में सुप्रीम कोर्ट ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC0 के छात्रों को कोरोना के कारण परीक्षा छूट जाने पर एक अतिरिक्त मौका देने का निर्देश दिया था। कैंडिडेट्स ने उम्रसीमा मानदंड पूरी होने के कारण एक और मौके की मांग की थी। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देखकर यूपी के उन प्रतियोगी छात्रों में फिर से उम्मीद जगी है जो कोरोना के कारण परीक्षा से वंचित रह गए थे।

कोविड महामारी के बीच साल 2020 में आयोजित हुई पीसीएस (PCS), आरओ (RO), एआरओ (ARO), न्यायिक सेवा परीक्षा (Judicial Service), एपीओ (APO) समेत अन्य सीधी भर्ती की परीक्षाओं में शामिल न हो सके कैंडिडेट्स ने भी अतिरिक्त अवसर की मांग की है। 

Latest Videos

CM योगी को लिखा पत्र

प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से मांग की है कि जिस प्रकार UPSC ने एक अतिरिक्त अवसर प्रदान किया है उसी प्रकार उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को भी प्रतियोगियों के भविष्य को देखते हुए एक और मौका देना चाहिए। 

समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय के अनुसार पत्र की एक प्रति अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार को भी भेजी गई है। मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने बताया कि इससे पहले भी छात्रों ने अतिरिक्त अवसर देने की मांग की थी जिस पर शासन से जवाब मिला था कि उनकी मांग आयोग को विचार करने के लिए भेज दी गई है। हालांकि आयोग ने इस मामले में अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है।

मांग के पीछे तीन प्रमुख  कारण 

1  कोविड के कारण वर्ष 2020 में आयोजित सभी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की उपस्थिति बेहद कम रही है।  बहुत से अभ्यर्थियों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया, जिसके चलते परीक्षा नहीं दे सके। अतः मानवीय आधार पर आगामी सभी परीक्षाओं में आवेदकों को कम से कम दो अवसर प्रदान किया जाए।

 2  आयोग की ओर से आयोजित पीसीएस 2018 व 2019 की परीक्षा में बदलाव किया गया था I अन्य परीक्षाओं में भी बदलाव किए गए। इसलिए इन बदलाओं को ध्यान में रखकर मौका दिया जाए।

3  समाजवादी पार्टी की पूर्व सरकार के भ्रष्टाचार के कारण अभ्यर्थियों ने अपना बहुमूल्य 5 वर्ष गंवाया है I भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच चल रही है। इसलिए मौका दिया जाए।

 

बता दें कि साल 2020 में आयोजित परीक्षाओं में अधितर कैंडिडेट्स लॉकडाउन, महामारी, रेल-हवाई यात्राएं बंद होने के चलते शामिल नहीं हो सके थे। हालांकि परीक्षाओं के लिए स्पेशल ट्रेनें  भी चलाई गई थीं लेकिन केवल चुनिंदा परीक्षाओं के लिए ही ये सुविधा थी। 

UPSC वालों को मिला एक और मौका

वहीं UPSC की परीक्षा में शामिल होने से सैकड़ों कैंडिडेट्स वंचित रह गए थे इनमें से कुछ का ये आखिरी अटेम्प्ट था।  इसलिए उन्होंने सरकार से एक मौका और देने की मांग की थी। सरकार के मना करने के बाद कैंडिडेट्स ने कोर्ट में गुहार लगाई और फैसला उनके हक़ में आया। 

Share this article
click me!

Latest Videos

इस्तीफा देने के बाद कहां रहेंगे केजरीवाल, नहीं है घऱ #Shorts
चुनाव मेरी अग्नि परीक्षा, जनता की अदालत में पहुंचे केजरीवाल #Shorts #ArvindKejriwal
Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष में क्यों कराया जाता है कौवे को भोजन, क्या है महत्व
दुर्गा प्रतिमा बनाने के लिए क्यों लेते हैं ‘सेक्स वर्कर्स’ के आंगन की मिट्टी । Durga Puja । Navratri
कांग्रेस को गणपति पूजा से भी है नफरत #Shorts