Delhi University Shutdown: दिल्ली यूनिवर्सिटी कोविड टाइम में कुछ ज्यादा ही चर्चा में रही है। यहां सैलरी से परेशान शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस प्रदर्शन से कई शिक्षक जुड़ रहे हैं। ये शिक्षक यूनिवर्सिटी से उनकी बकाया सैलरी की मांग कर रहे हैं।
करियर डेस्क. Delhi University Shutdown: दिल्ली यूनिवर्सिटी कोविड टाइम में कुछ ज्यादा ही चर्चा में रही है। यहां सैलरी से परेशान शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस प्रदर्शन से कई शिक्षक जुड़ रहे हैं। ये शिक्षक यूनिवर्सिटी से उनकी बकाया सैलरी की मांग कर रहे हैं।
इसी विरोध प्रदर्शन के चलते टीचर्स असोसिएशन ने 11 मार्च महाशिवरात्रि को दिल्ली यूनिवर्सिटी कंप्लीट शटडाउन का ऐलान कर दिया है। असोसिएशन दिल्ली सरकार से सैलरी ग्रांट की मांग कर रहा है।
दरअसल, दिल्ली सरकार हर साल युनिवर्सिटी के 12 कॉलेजों को 100 फीसदी ग्रांट प्रदान करती है लेकिन पिछले एक साल से इस ग्रांट को देने में भारी देरी हो रही है। जिसके चलते शिक्षकों की सैलरी पर भी भारी असर देखने को मिल रहा है। टीचर्स का कहना है कि इन 12 कॉलेजों मे पिछले 4-5 महीने से टीचर्स ओर स्टाफ को सैलरी नहीं मिली है।
डूटा प्रेजिडेंट राजीब रे ने बताया, 11 को डीयू शटडाउन, 13 को दिल्ली यूनिवर्सिटी कर्मचारी यूनियन और दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन के साथ मीटिंग, अपनी मांगों को लेकर हम 15 मार्च को डीयू गेट 1 से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास तक अधिकार रैली, 18 मार्च को डीयू के गेट नंबर एक से दिल्ली के उपराज्यपाल के ऑफिस तक पैदल मार्च करेंगे।
बता दें कि दिल्ली शिक्षक संघ के इस ऐलान के बाद से 11 मार्च से ही दिल्ली यूनिवर्सिटी शटडाउन कर दी जाएगी जिसका मतलब ये है कि ऑनलाइन कक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी और छात्रों की पढ़ाई में भी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।